जयपुर। लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर एनडीए गठबंधन और इंडिया गठबंधन के बीच टकराव हो गया है और अब आजाद देश के इतिहास में तीसरी बार और 48 साल में पहली बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा ।
केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सत्ता एनडीए और विपक्ष से इंडिया गठबंधन के बीच अध्यक्ष पद और लोकसभा के उपाध्यक्ष को लेकर आम सहमति नहीं बने और विवाद हो जाने के बाद अब 48 साल बाद लोकसभा अध्यक्ष का चयन चुनाव के द्वारा होने जा रहा है एनडीए गठबंधन ने भाजपा सांसद ओम बिरला को अपना प्रत्याशी घोषित किया है जबकि इंडिया गठबंधन ने कांग्रेस के आठ बार के सांसद सुरेश को मैदान में उतारा है ।
अब आप सहमति नहीं बनने के कारण लोकसभा अध्यक्ष पद का चुनाव 26 जून बुधवार को सुबह 11:00 होगा देश के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब लोकसभा अध्यक्ष पद का चुनाव आम सहमति से नहीं होकर चुनाव प्रक्रिया से हो रहा है इससे पहले 1952 और 1976 में लोकसभा अध्यक्ष पद का चैन चुनाव के द्वारा किया गया था ।
सूत्रों के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर सौरव समिति बनी रही थी लेकिन केशव वेणुगोपाल ने और समय पर पहुंच कर एनडीए गठबंधन के आगे शर्ट रखड़ी की हम लोकसभा इस अध्यक्ष पद पर सहमति तब प्रदान करेंगे।
जब उपसभापति पद विपक्ष को देने का आप हमसे वादा करें यह सर दोनों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ऑफिस में रखी एनडीए ने राजनाथ सिंह को विपक्षी दल के साथ संबंध में बिठाकर लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सहमति बनाने का कार्य सोप था उसे दौरान यह शर्त किसी गानों गोपाल ने रखी थी।