साढ़े चार साल बाद कुंभकर्णी नींद से जागे भाजपा पार्षद, तीन वर्ष बाद हुई साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार

Firoz Usmani
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टोंक(फ़िरोज़ उस्मानी)। पिछले साढ़े चार से कुंभकर्णी नींद सोए भाजपाई पार्षदों ने लगभग तीन वर्ष बाद हो रही नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक का नियमों का हवाला देकर बहिष्कार कर दिया। भाजपा पार्षदों ने नगर परिषद के बाहर जमा होकर चेयरमैन के खिलाफ नारेबाजी की। चैयरमेन पर हठधर्मिता कर विकास कार्यों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। बहिष्कार के बाद भी टोंक नगर परिषद चेयरमेन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई,, जिसमें कई विकास समेत अनेक कार्यों पर बिंदुवार चर्चा कर सहमति बनी। बैठक में उपसभापति बजरंग लाल वर्मा, आयुक्त ममता नागर समेत कई पार्षद मौजूद रहे।

चेयरमैन ने आरोपों को नकारा

वहीं दूसरी नगर परिषद चेयरमेन अली अहमद ने बीजेपी पार्षदों के बैठक बहिष्कार के मामले में लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। चेयरमेन ने कहा कि नियमानुसार ही बैठक बुलाई गई है,,जनहित को देखते हुए विकास कार्यो के लिए बैठक आयोजित की गई थी।

भाजपा पार्षदों ने लगाए आरोप

जानकारी के अनुसार आज टोंक नगर परिषद अग्निशमन सभागार में साधारण सभा की बैठक आयोजित की। बैठक में पहुँचे भाजपा पार्षदों ने बैठक का नियम विरुद्ध होने पर बहिष्कार कर दिया। पूर्व नगर परिषद सभापति और पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष गणेश माहुर का कहना था कि पिछले 3 वर्ष तक कोई बैठक नही बुलाई गई है। अचानक से बिना सूचना दिए बैठक बुलाई गई है।

 

लोकसभा चल रही है ऐसे में बैठक नही बुलाई जा सकती। नियमानुसार विधान सभा और लोकसभा जब चलती है तो उस समय बोर्ड की मीटिंग नही हो सकती। कोई एमरजेंसी में ही परमिशन लेकर मीटिंग बुलाई जा सकती है। बीजेपी पार्षदों का कहना था कि पिछले साढ़े 4 सालों में कोई विकास का कार्य नही किया। नगर परिषद में केवल भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। फर्जी पट्टे बनाए गए है,अगर जांच हो जाए तो आधे से ज़्यादा फर्जी पट्टे निकलेंगे।

 परमिशन लेकर हुई बैठक

वहीं पूरे मामले में टोंक नगर परिषद चेयरमैन अली अहमद ने कहा कि बैठक की परमिशन सांसद से लेकर ही की गई है। पिछले तीन वर्षों से कोरोना और चुनावी आचार सहिंता के चलते नगर परिषद की बैठक नही हुई थी। भाजपा पार्षद झूठे आरोप लगा रहे है। अगर कोई भ्रष्टाचार का मामला है तो उसकी शिकायत नगर परिषद आयुक्त से करें। उसकी निष्पक्ष जांच होगी।

बैठक आयोजित हुई

वहीं दूसरी और भाजपा पार्षदों के बहिष्कार के बाद भी साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई। जिसमें पार्षदों ने अपनी अपनी समस्याएं भी रखी। सर्वसम्मति से 16 बिंदुओं पर सहमति बनाकर बोर्ड के सामने रखे गए।

आगामी चुनाव की रणनीति तैयार

अब सवाल ये उठता है कि भाजपा पार्षदों ने पिछले साढ़े चार साल में किसी तरह का कोई विरोध नही जताया। आमजन से जुड़े कई अहम मसलों पर भाजपा पार्षद नदारद ही दिखाई दिए। अब जब नगर परिषद के चुनाव के लगभग 6 माह बचे है तो भाजपा पार्षद नज़र आने लगे है। कहीं ये सब आगामी नगर परिषद चुनावी रणनीति तो नही है?

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Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।