जयपुर। बाहरी दुनिया से बिलकुल बेखबर जिनके लिए दुनिया के रंग कोई मायने नहीं रखते ऐसे नेत्रहीन विद्यार्थियों के साथ बैठकर समय बिताना और उनसे बातचीत करना तथा उनके साथ बैठकर खाना खाने की शिक्षा सचिव और शिक्षा निदेशक कि इस पहले नेत्रहीन विद्यार्थियों का मनोबल ही नहीं बढ़ाया बल्कि उनमें जोश का संचार कर दिया है और अधिकारियों ने यह उदाहरण प्रस्तुत किया है कि अन्य अधिकारी भी ऐसे विद्यार्थियों के बीच जाएं ।
कृष्ण कुणाल शासन सचिव शिक्षा राजस्थान सरकार ने बीकानेर के राजकीय नैत्रहीन विद्यालय का निरीक्षण किया और डे स्कालर बच्चों के अभिभावको के साथ बात कर उनका फीड़बेक जाना । विद्यार्थियों के कक्षा अध्ययन को जाना कि कैसे विद्यार्थी ब्रैल के माध्यम से अथध्ययन कर रहे हैं । विद्यार्थियों के प्रयासों की प्रसन्नता को अभिव्यक्त किया । विभिन्न सहायक सामग्री की आपूर्ति व गुणवत्ता भी देखी । उनके साथ अवलोकन के समय निदेशक माध्यमिक आशीष मोदी तथा प्रारंभिक सीताराम जाट भी थे । शिक्षा सचिव प्रश्न करना निदेशक आशीष मोदी को सीताराम जाट विद्यार्थियों के साथ बैठ कर दोपहर भोजन भी लिया गया ।
शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल द्वारा शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों के साथ समाधान कक्ष की प्रक्रिया का अवलोकन करने के बाद समीक्षा बैठक की । बैठक में अधिकारियों को संवेदनशील हो कर कार्य करने तथा समयबद्ध निस्तारण करने के लिए निर्देश दिए है । अनुकंपा नियुक्ति प्रकरणो में तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए । शाला दर्पण पर सेवा समाप्ति आदेश, शोध अनुज्ञा अनुमति तथा स्वैच्छिक सेवानिवृति आदेश के माड्यूल का शुभारम्भ किया गया ।