Ajmer News / Dainik reporter – कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा (Congress National General Secretary Priyanka Vadra)के पति रॉबर्ट वाड्रा (Husband robert vadra) ने मंगलवार को यहां कहा कि मोदी सरकार ने गांधी परिवार को मिली एसपीजी की सुरक्षा हटाने का जो निर्णय किया वह हैरान करने वाला है। सरकार राजनीतिक तौर पर इतनी हल्की सोच रख सकती है इसका किसी को अंदाजा नहीं था। हाल में सुरक्षा हटाए जाने के बाद उनके परिवार के सरकारी आवास में प्रियंका तक अनजान लोग पहुंच गए। यह सुरक्षा में भारी चूक का नतीजा है। वाड्रा दरगाह जियारत के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक द्वेषता पूर्व गांधी परिवार और उनसे जुड़े लोगों को परेशान किया जा रहा है। सत्ता का दुरुपयोग कर मेरे और मेरे परिवार के लोगों के खिलाफ मुकदमे बनाए गए। उन पर बेवजह आरोप लगाकर विभिन्न एजेंसियों के जरिए प्रताडि़त किया जा रहा है। केन्द्र सरकार के दबाव में जांच एजेंसी के अधिकारियों ने प्रताडि़त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मुझे 15 बार बुलाया गया और 11-11 घंटे बैठाकर रखा गया। मेरी ओर से कोई भी असंवैधानिक कार्य नहीं किया गया है। इसलिए सभी जांचों का सामना कर रहा हूं। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। सच की जीत होगी। उन्होंने कहा कि एक बार हादसा उनके परिवार के साथ टल चुका है। जब उन्हें सुरक्षा दी गई थी तो उसे इसी श्रेणी में रखना चाहिए, लेकिन सरकार ने इसे कम कर दिया है।
वाड्रा ने देश के माहौल को लेकर कहा कि बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है। वह खुद भी एक बेटी के पिता हैं। जब तक बेटी स्कूल से घर नहीं पहुंचती, तब तक उन्हें भी चिंता रहती हैं। वाड्रा ने कहा कि देश का कानून लचीला है। ऐसे में विदेश के कानून को लागू करना चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
राजनीति में आने के सवाल को लेकर कहा कि जब भी सही समय होगा वह चुनावी मैदान में उतरेंगे। उत्तरप्रदेश का मुरादाबाद उनकी जन्मभूमि है। ऐसे में उनकी पहली प्राथमिकता वहीं रहेगी। हालांकि देशभर में वह काम करते हैं और कई जगह से उनके पास ऑफर भी हैं तो वह चिंतन करके क्षेत्र का चयन करेंगे।
राबर्ट वाड्रा मंगलवार दोपहर सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह पहुंचे। उन्होंने यहां सूफी परम्परा के अनुसार ख्वाजा साहब के पवित्र मजार पर मखमली और फूलों की चादर पेश की। उन्हें गांधी परिवार के परम्परागत खादिम गनी गुर्देजी के पुत्र यासिर गुर्देजी और जकरिया गुर्देजी ने जियारत कराई। उन्हें दरगाह का तबर्रूक भेंट कर दस्तारबंदी की। उन्हें इंदिरा गांधी की दुर्लभ फोटो भी भेंट की। जियारत के बाद खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगारा शाह ने दस्तारबंदी की।