निवाई।(विनोद सांखला) महिलाओं को अपने अधिकारों को जानना होगा तथा उन अधिकारों के लिए लड़ाई लड़नी होगी। यदि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं होंगी तो उनका शोषण होता रहेगा। सिकोईडीकोन की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया।
उपतहसील दत्तवास क्षेत्र की ग्रामपंचायत श्रीराम पूरा उर्फ नयागांव में अटलसेवा केन्द्र पर सिकोईडीकोन की ओर से महिला जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसमें सिकोईडीकोन की ओर से राजेश जैन, और केदार बैरवा ने महिलाओं को जागरूक करते हुए कानून की जानकारी दी और उन्हे अधिकारों से अवगत कराया। इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि सरपंच सूरतादेवी बैरवा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सरपंच सीताराम गुर्जर ने की। सिकोईडीकोन से राजेश जैन ने महिलाओं को घरेलू हिंसा व बाल विवाह निरोधक कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम 2005 महिलाओं को हिसा मुक्त घर के अधिकार को मान्यता देता है। यह एक दावेदारी सिविल कानून है, जिसका उद्देश्य दुर्व्यवहार के सभी रूपों शारीरिक, यौनिक, मौखिक, आर्थिक और भावनात्मक से प्रभावित पत्नियों, माताओं, बेटियों और बहनों समेत सभी महिलाओं को राहत प्रदान करता है। इन अधिकारों को प्राप्त करने के लिए महिलाओं को सुरक्षा अधिकारी, पंजीकृत सेवा प्रदाता, पुलिस अधिकारी, मजिस्ट्रेट, राष्ट्रीय व राज्य महिला आयोग के पास आवेदन करना चाहिए। सरपंच सूरतादेवी बैरवा ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुवे कहा कि महिलाएं घर से बाहर निकाले जाने के डर से बिना, अपने आवास का अधिकार बनाए रख सकती है। साझे घर में रहने के लिए आवास का आदेश प्राप्त कर सकती है। इस कार्यक्रम में भूरीदेवी गुर्जर, कजोडीदेवी गुर्जर, फुला बैरवा, ममता कंवर, राजकंवर सिंह, गीता बैरवा, अनोख गुर्जर , रामकन्या गुर्जर सहित भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रही।