Kota news । फर्जी स्वास्थ्य अधिकारी बनकर बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने व फर्जी एमआर बनकर कई मेडिकल स्टोर मालिकों से लाखों रुपये हड़पने के मामले में भीमगंज मंडी थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शातिर ठग को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था। गिरफ्तार आरोपित ने पुलिस पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। जिसमें राजस्थान सहित मध्यप्रदेश में भी ठगी की वारदात कर लोगों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का खुलासा हुआ है।
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने बताया कि सरकारी नौकरी के नाम पर आए दिन बेरोजगारों के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन वृताधिकारी भगवत सिंह हिंगड़ के निर्देशन में भीमगंज मंडी थाना अधिकारी हर्षराज सिंह खरेडा के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया था। स्पेशल टीम के सदस्य एवं अनुसंधान अधिकारी सहायक उप निरीक्षक सुभाष ने आरोपित बनवारी बैरागी को आसूचना व मोबाइल लोकेशन के आधार पर इंदौर मध्य प्रदेश से 3 दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया था तथा न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर गहनता से पूछताछ की गई। आरोपित ने पूछताछ के दौरान कई वारदातों को अंजाम देने व लाखों रुपये हड़पने का खुलासा किया है। भीमगंज मंडी थाना अधिकारी हर्ष राज सिंह खरेड़ा ने बताया कि केशवपुरा निवासी परिवादी मोहनलाल यादव ने शिकायत देते हुए बताया था कि बनवारी नामक व्यक्ति डड़वाड़ा में किराए से रहता था। जिसने अपने आपको एमबीएसएच कोटा में रेजिडेंट डॉक्टर होना बताया तथा ससुर स्वास्थ्य विभाग जयपुर में बड़ा अधिकारी बताते हुए दोनों बच्चों को एमबीएसएच में एलडीसी के पद पर सरकारी नौकरी का झांसा देकर 80 हजार रुपये व 5 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर लिए। पैसे लेने के बाद आरोपित बनवारी नामक फर्जी डॉक्टर वह जयपुर स्वास्थ्य विभाग से बनकर आया फर्जी अधिकारी फरार हो गए। रिपोर्ट पर भीमगंज मंडी थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। इस मामले में थाना पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 1 वर्ष पूर्व होमगार्ड के जवान विक्रम मीणा निवासी महावीर कॉलोनी थाना रेलवे कॉलोनी को फर्जी स्वास्थ्य विभाग जयपुर का अधिकारी बनकर आरोपी बनवारी लाल मीणा के साथ मिलकर 85 हजार रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था।