गोचर और आबादी भूमि पर कब्जा, प्रशासन की अनदेखी

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Tonk / पीपलू (ओपी शर्मा)। उपखंड क्षेत्र पीपलू ,लोहरवाडा,बगडी, झिराना,जौला,डारडातुर्की,नाथडी,बोरखडीकला, पासरोटीया,गहलोद,जवाली, डोडवाडी,निमेडा,चोगाई,बनवाडा, बगडवा,रानोली आदी ग्राम पंचायतों मे गोचर भूमि और आबादी भूमि पर पिछले कई वर्षों से प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखे है। गोचर भूमि पर अतिक्रमण की ग्राम पंचायत पीपलू तहसील राजस्व विभाग के उच्चाधिकारियों को शिकायते भी मिलती रहती है लेकिन प्रशासन के ढीले रवैए के कारण आज दिन तक किसी भी पंचायत मे अतिक्रमण नहीं हटा है।

उल्लेखनीय है कि पीपलू उपखंड क्षेत्र में स्थित गोचर भूमि पर जो पशुओं के लिए चारागाह है। यहां पर प्रभावशाली लोगों ने मिलकर जगह-जगह अवैध रूप से कब्जे कर रखे है। इस कारण पशुओं के लिए गोचर भूमि पर चराई के लिए कम ही भूमि बची है।पशुपालकों ने चारागाह भूमि पर बढ़ते अतिक्रमण को लेकर कई बार शिकायतें की, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। प्रशासन की उदासीनता के कारण अतिक्रमियों में कार्रवाई का कोई भय नहीं है।

चारागाह भूमि पंचायत की धरोहर :

सुप्रीम कोर्ट का सख्त निर्देश है कि चारागाह भूमि पर कब्जे नहीं कर सकते हैं अगर पूर्व में कब्जे किए गए है तो उन्हें राजस्व विभाग को शीघ्र हटाने की कार्रवाई के आदेश दे रखे हैं। चारागाह पंचायत की धरोहर है, जो पशुओं की चराई के लिए है लेकिन अब चारागाह की भूमि पर ही अतिक्रमियों की नजरें टिकी हैं। दिनोंदिन इस भूमि पर अवैध रूप से कब्जे किए जा रहे हैं। इस संबंध में प्रशासन ने आज दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की। आबादी भूमि पर भी नव निर्मित सरपंचों व पंचायत प्रशासन से मिलकर अतिक्रमण हो रहे है।

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