पुष्कर/(दिनेश पाराशर)/ कार्तिक मास के पावन अवसर पर सप्त ऋषि घाट पर संतों ने किया शाही स्नान । बेंड बाजो के साथ स्नान के लिए पहुँचे सप्तऋषि घाट पर पुष्कर सरोवर में स्नान का सिलसिला शुक्रवार पूर्णिमा तक चलेगा ।
लाखो भक्त शाही स्नान के बाद दो दिन तक स्नान करेंगे । पंडित कैलाश नाथ दाधीच ने बताया की इस बार पद्मक योग भी है गुरुवार की रात्रि से पूर्णिमा रात्रि तक पद्मक योग है । जो अति दुर्लभ बताया जाता है । कई वर्षों बाद यह योग आता है । सप्त ऋषि घाट पर पहुंचने के बाद संतों का सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर व उनकी टीम ने अगवानी की सरोवर में स्नान करने के लिए जोधपुर से सेनाचार्य ने पीठ के संत अचलानंद सेनाचार्य एवं रमिया राम आश्रम के प्रेमदास जी महाराज एवं हजारों संत सरोवर में स्नान के लिए पहुंचे ये मेला प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है लेकिन पिछले साल कोरोना की वजह से मेला आयोजित नहीं हो सका ।
इस बार फिर संतो ने शाही स्नान किया इस बार एकादशी को पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संदेश पढ़कर भक्त और संतों को सुनाया पवित्र पुष्कर सरोवर में स्नान के लिए 52 घाट बने हुए हैं एवम सैकड़ों की तादाद में मंदिर है ।
मुख्यतः पांच मंदिर ही है जिसमें जगतपिता ब्रह्मा मंदिर ब्रह्मा,नया रंग जी पुराना रंग जी अटमेटेश्वर, वराह भगवान का है ।ब्रह्मा जी ने सैकड़ों वर्ष तक पवित्र पुष्कर सरोवर के किनारे तपस्या की थी मेले के समापन का मुख्य कारण भी यही है कार्तिक मास में ही ब्रह्मा जी के यज्ञ की समाप्ति रखी गई थी।
समाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने बताया की इस शाही स्नान में सन्तो को शाल ओर माला पहनाकर स्वागत किया गया। संत अचलानंद जी ने नशा छोड़ने ओर प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने एवम कोरोना से बचाव के उपाय रखने के उपदेश दिए। संत प्रेमदास जी ने सन्तो के इस महापर्व को अति दुर्लभ बताया।
इस दौरान चंद्रशेखर गौड़, इंद्र पंवार आलोक भारतव्याज अभिषेक पाराशर मौजूद रहे। पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री नसीम अख्तर भी शाही स्नान में पहुँची उनके साथ जगदीश कुर्डिया, मंजु कुर्डिया, दामोदर मुखिया,सुभाष( राकेश )पाराशर मौजूद थे ।