गांव की छात्रा ने बनाया मृदा नमी सेंसर प्रोजेक्ट ,10 हजार की प्रोत्साहन राशि मिली

Sameer Ur Rehman
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Tonk/पीपलू (ओपी शर्मा)। कस्बे के महात्मा गांधी राजकीय अंगे्रजी माध्यम विद्यालय में कक्षा 9 में पढऩे वाली छात्रा एवं छोटे से गांव (Village student ) सिसोला की निवासी रीना गुर्जर ने सांइस प्रोजेक्ट (science project) के तहत एक ऐसा प्रोजेक्ट बनाया हैं जो किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता हैं। इसी प्रोजेक्ट को लेकर रीना गुर्जर को इंस्पायर अवार्ड(Inspire Award) के लिए चयनित करते हुए 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी राज्य सरकार की ओर से प्रदान की गई हैं।

Village student made soil moisture sensor project Received incentive amount of 10 thousand

रीना ने ऑटोमैटिक मॉइश्चराइजर(Moisturizer) सांइस प्रोजेक्ट बनाया हैं। रीना ने बताया कि सौलर पैनल, बैटर, अलॉम, कनेक्टर, मोटर, सेंसर, कार्ड बोर्ड आदि सामग्रियों के सहयोग से मृदा नमी सेंसर प्रोजेक्ट बनाया गया हैं। रीना ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य बिना देखभाल एवं स्वत: खेतों को नमी देने का काम है।

सौलर पैनल (solar panels)सर्य की उर्जा को बैटरी में संचित करती है। बैटरी आगे कनेक्टर एवं स्विच की आगे लगी मोटर एवं सेंसर में करंट प्रवाहित करता है। कंट्रोलर के डेटाबेस में नमी की मात्रा कम होने पर सेंसर स्वत: पंप माइक्रोकंट्रोलर के द्वारा चालू हो जाता है एवं नमी पूरी होने पर स्वत: बंद हो जाता है।

इस प्रोजेक्ट का फायदा है कि पौधों की जड़ों में एक समान नमी बनी रहती है। जिससे फसल उत्पादन बढ़ता है। पानी की 50 से 60 प्रतिशत तक बचत की जा सकती है। साथ ही बंजर एवं समुद्रीतटीय मृदा को उपजाऊ बनाया जा सकता है। रीना के पिता हनुमानप्रसाद गुर्जर इंडियन नैवी में हैं तथा वर्तमान में गोवा में पोस्टेड हैं।

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/