टोंक। टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के निर्देशानुसार बांध बीसलपुर क्षेत्र में मत्स्यखेट चेकिंग कार्यवाही के तहत मत्स्य विभाग की टीम एवं गृह रक्षा स्वयंसेवक दल के द्वारा बांध बीसलपुर पर मिनी गोवा पडौसी रावता माता क्षेत्र दाहिनी नहर के पास अवैधानिक मत्स्यखेट में प्रयुक्त होने वाली 12 नावों, 6 अस्थाई अवैध झोपड़ियों एवं 150 किग्रा. जालों को गश्ती दल द्वारा नष्ट किया गया, ताकि अवैध मत्स्यखेट की रोकथाम की जा सके।
जिला मत्स्य अधिकारी ने बताया कि निदेशालय मत्स्य राजस्थान जयपुर के निर्देशानुसार बांध क्षेत्र में अवैधानिक मत्स्यखेट की रोकथाम के लिए बांध बीसलपुर पर 8 गृह रक्षा स्वयंसेवकों को निरंतर गश्त,चैकिंग के कार्य प्रदान कर दिए गए है।
ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
टोंक। राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय,बीकानेर की ओर से संचालित पशु विज्ञान केंद्र,अविकानगर,टोंक द्वारा बुधवार को “पशुओं में टीकाकरण का महत्व” विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। केंद्र के डॉ. नरेंद्र चौधरी ने बताया कि पशुओं में होने वाले विभिन्न संक्रामक रोगों का टीकाकरण करवाकर पशु को रोग ग्रस्त होने व पशुपालक को आर्थिक हानि से बचाया जा सकता है।
टीकाकरण से पशु का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है व एक पशु से दूसरे पशु व मनुष्य में बीमारियों के फैलाव को रोका जा सकता है। शिविर में भेड़, बकरी, गाय व भैंस में होने वाले मुख्य रोग जैसे खुरपका-मुंहपका, गलघोटू, लंगड़ा बुखार, ब्रूसेलोसिस, थिलेरियोसिस, फिड़किया, माता रोग व पीपीआर आदि रोगो की गंभीरता बताते हुए इनका टीकाकरण समय सारणी के बारे में जानकारी दी।
डॉ.राजेश सैनी ने पशुपालको की टीकाकरण से जुडी विभिन्न भ्रांतियों जैसे पशुओ में गर्भपात दूध उत्पादन में कमी आदि का समाधान करते हुए सवालों के जवाब दिए। शिविर में 28 पशुपालकों ने भागीदारी निभाई।