भीलवाड़ा / देवस्थान बोर्ड के तहत देश के अधिकांश मंदिर राज्य सरकारों के नियंत्रण में है जहा भक्तों द्वारा जो पैसा चढ़ाया जाता है उन पैसों को सरकार धार्मिक कामो,समाज सेवा, विद्यालय खोलने की जगह मदरसों और चर्चों में बांट रही है मदरसों मे जो पैसा जाता है उनसे ना तो इंजीनियर पैदा होता है, ना ही डॉक्टर पैदा होता है, इन स्थानों पर पैदा होने वाले सब आतंकवादी,दशहतगर्दी जो शोभायात्रा पत्थर फेंकने वाले पैदा होते हैं, हिंदू मंदिरों के चढ़ावे से मोलवीयों को पगार बांटी जाती है, तनख्वाह दी जाती है और आज तक किसी भी मंदिर के पुजारी को किसी भी सरकार में न तो कोई तनख्वाह दी, ना कोई सुविधा दी, सब संतो ने भारत सरकार से विशेष आह्वान किया है, सभी हिंदू मंदिरों को राज्य सरकार से और केंद्र सरकार से मुक्त करें ताकी यहां आने वाले इन पैसों से गांव-गांव वैदशाला, पाठशाला खुल जाएगी, वेदशालाओ और पाठशालाऔ से भारत पुनः सोने की चिड़िया बनेगा, यह विचार महंत मोहनशरण जी शास्त्री जी ने आज संघ प्रचारक और संत मिलन कार्यक्रम में व्यक्त किए ।
गांधीनगर स्थित निंबार्क आश्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक विश्व हिंदू परिषद के पूर्व केंद्र मंत्री जुगल किशोर जी भीलवाड़ा प्रवास के दौरान संतो से मिलने पहुंचे,इस मिलन अवसर पर जैन संत अरविंद मुनि जी महाराज से भी चर्चा की जैन संत अरविंद मुनि जी महाराज ने बताया विदेशी सामाजिक पाश्चात्य संस्कृति के कारण समाज में विकृतियां फैल गई है।
नई पीढ़ी को संस्कार देने की जरूरत है उन्होंने कहा विहिप देश भर में बाल संस्कार शिविर लगाकर नई पीढ़ी को संस्कारित करें संघ ऋषि जुगल किशोर के निंबार्क आश्रम पहुंचने पर संत महंत मोहनशरण शास्त्री ने शॉल ओड़ाकर सम्मान किया।
इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के प्रान्त पदाधिकारी बद्री लाल सोमानी,पार्षद मधु शर्मा, पुजारी धर्मेश तिवारी, अंतरराष्ट्रीय सनातन प्रचार समिति कोटपूतली के बलवंत सिंह तंवर,अशोक जोशी, राजेंद्र पाराशर,सत्यनारायण श्रोत्रीय उपस्थित थे ।