नई दिल्ली/ आज के इस तकनीकी और आधुनिक के दौर में सोशल मीडिया इसे फेसबुक इंस्टाग्राम टि्वटर यूट्यूब चैनल और साइट्स का युग है और समाज का हर वर्ग सोशल मीडिया के इस मंच का उपयोग कर रहा है लेकिन इस सोशल मीडिया के फेसबुक इंस्टाग्राम टि्वटर सोशल साइट्स का गलत इस्तेमाल तेजी से हो रहा है और इस पर भड़काऊ घृणा भरी पोस्ट है पोस्ट किए जाने से देश में नफरत घृणा दंगे झगड़े हिंसा जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही है हालांकि ऐसी पोस्टों के खिलाफ ऐसे पोस्ट करने वाले यूजर्स पर समय-समय पर पुलिस कार्यवाही भी कर रही है।
86% वृद्धि हुई
सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर अप्रैल के दौरान नफरत फैलाने वाली पोस्ट में लगभग 37.82 प्रतिशत और इंस्टाग्राम पर हिंसक एवं भड़काऊ ‘सामग्रियों’ में 86 प्रतिशत की वृद्धि हुई है ।।फेसबुक एवं इंस्टाग्राम की संचालक कंपनी मेटा की एक मासिक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है।
मेटा की इस रिपोर्ट में शामिल अधिकांश विवादास्पद सामग्री को उपयोगकर्ताओं की तरफ से शिकायत किये जाने के पहले ही फेसबुक एवं इंस्टाग्राम ने चिह्नित किया है. मेटा की तरफ से 31 मई को जारी रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक ने अप्रैल, 2022 के दौरान नफरत फैलानी वाली 53,200 पोस्ट चिह्नित की जो मार्च की तुलना में 37.82 प्रतिशत अधिक है ।
मार्च में इस तरह की 38,600 पोस्ट दर्ज की गई थीं । रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्टाग्राम ने अप्रैल, 2022 में हिंसा और उकसावे से संबंधित 77,000 सामग्री पर कार्रवाई की है । मार्च, 2022 में यह आकंड़ा 41,300 था. मेटा ने अपनी रिपोर्ट में कहा, हम ‘सामग्री’ के तहत पोस्ट, फोटो, वीडियो या टिप्पणियों की संख्या को मापते हैं और अपने मानकों के खिलाफ जाने पर कार्रवाई करते हैं ।
एक दिन पहले यूट्यूब की रिपोर्ट भी सामने आई थी । अल्फाबेटा के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने कहा है कि उसने जनवरी-मार्च की तिमाही में 11 लाख वीडियो अकेले सिर्फ भारत में अपने डिजिटल प्लेटफार्म से हटाए हैं। जो दुनिया में भ्रामक और फर्जी जानकारी के कारण हटाए गए वीडियो में सर्वाधिक है । ऐसे कंटेंट से जुड़े 90 फीसदी से ज्यादा चैनल को भी ब्लॉक कर दिया गया है । यूट्यूब का कहना है कि उसने तिमाही में 44 लाख चैनल दुनिया भर में अपने प्लेटफार्म से हटाए हैं। अमेरिका में यूट्यूब से 3.58 लाख वीडियो यूट्यूब से हटाए गए हैं।