भरतपुर / राजेंद्र शर्मा जती । राजस्थान के भरतपुर में अपना घर आश्रम में आज एक नजारा देखने को मिला जहां पर एक बहन घर से लापता हुए भाई को मृत मान चुकी थी लेकिन आज उसे अपनी आंखों से जीवित देख कर उसके आंसू छलक उठे ।अपना घर आश्रम में रह रहे रोहित को अपना घर आश्रम पूथ खुर्द दिल्ली की रेस्क्यू टीम द्वारा पंत हॉस्पिटल दिल्ली के गेट के बाहर से सिर में बड़ा घाव कीड़े पड़े हुए की स्थिति में अपना घर आश्रम भरतपुर में सेवा उपचार हेतु भर्ती कराया गया था यहां इनकी सेवा व उपचार जारी था।
और स्वस्थ होने पर अपने आपको नौबस्ता कानपुर का रहने वाला बताया अपना घर रिहैबिलिटेशन टीम द्वारा इनके परिवार की खोज की गई और इनके परिवार को सूचना दी गई ।सूचना मिलने पर इनकी बहन और उनके दामाद इन्हें लेने के लिए अपना घर आश्रम भरतपुर आए और बताया कि हमने इन्हें काफी जगह तलाश किया लेकिन कहीं पर नहीं मिले और इन्हें मृत मान लिया।
बहन ने बताया कि परिवार में क्षेत्र के पीछे झगड़ा चल रहा था उसी की वजह से यह इनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वहां के कार्यालय में 10 दिन पूर्व पहुंचे और दो-तीन दिन पहले ही अपना घर आश्रम भरतपुर की रिहैबिलिटेशन टीम द्वारा इनके गांव के प्रधान को इनके जीवित होने की सूचना दी गई तो इनकी बहन ने लेने के लिए अपना घर आश्रम भरतपुर आई और अपना घर आश्रम भरतपुर का आभार व्यक्त करते हुए अपने भाई को साथ लेकर कानपुर चली गई।