टोंक। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने गुरूवार को पंचायत समिति देवली की ग्राम पंचायत मालेड़ा एवं नासिरदा में आयोजित ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई का निरीक्षण किया। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी देवली भारत भूषण गोयल भी मौजूद थे। जनसुनवाई में जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने उपखण्ड एवं पंचायत स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में आने वाली समस्याओं का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण हों, ताकि ये प्रकरण उपखण्ड एवं जिला स्तरीय जनसुनवाई में न आएं। इससे आमजन के आने-जाने में होने वाले खर्च तथा समय की भी बचत होगी।
जिला कलेक्टर को ग्राम पंचायत मालेड़ा सरपंच ने पशु उपस्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत करने, कीरों का झोपड़ा में आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने, कीरों का झोपड़ा में 1 किमी. सड़क निर्माण, रामथला चौराहे में बसे हुए घरों को आबादी विस्तार में लेने, हर घर जल नल कनेक्शन से वंचित ढाणियों को शामिल करने सम्बन्धी मांग रखी।
जिला कलेक्टर ने सभी मांगों के प्रस्ताव बनाकर उपखण्ड अधिकारी देवली के माध्यम से भिजवाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त ग्रामीणों ने खाद्य सुरक्षा योजना में नाम जोड़ने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, स्कूल की क्षतिग्रस्त छत को दुरूस्त कराने संबंधी प्रार्थना पत्र भी दिए। जिला कलेक्टर ने सभी समस्याओं को निस्तारण करने के लिए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।
ग्राम पंचायत नासिरदा में जनसुनवाई के दौरान जिला कलेक्टर से नासिरदा के ग्रामीणों ने उर्वरक के वितरण को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों की शिकायत की। जिला कलेक्टर ने कृषि विभाग के सहायक निदेशक बाबूलाल यादव को निर्देश दिए कि उपखण्ड में उर्वरक की सप्लाई होने पर सबसे पहले उपखण्ड अधिकारी देवली को सूचना दी जाएं।
उसके पश्चात कृषि पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में उवर्रक का वितरण सुनिश्चित किया जाएं। कालाबाजारी एवं अधिक रेट पर उर्वरक दिए जाने वाले दुकानदारों के प्राधिकार पत्र निलम्बित किए जाने की कार्रवाई की जाएं। ग्राम पंचायत में साफ-सफाई को लेकर मिली शिकायतों के सम्बन्ध में विकास अधिकारी ममता चौधरी एवं वीडीओ को समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए।