टोंक, (नि.स.)। बजरी ट्रक वैलफेयर सोसायटी जयपुर ने वैध बजरी परिवहन करने वाले ट्रकों को आर.टी.ओ., पुलिस, माईनिंग व फर्जी बजरी यूनियन वालों द्वारा परेशान करने की शिकायत मुख्यमंत्री एवं जिला कलेक्टर टोंक को भेजे पत्र में की है।
बजरी ट्रक वैलफेयर सोसायटी जयपुर के अध्यक्ष जसवंत मीणा ने भेजे पत्र में बताया कि हमारी यूनियन के सभी ट्रक वैध लीजों से माईनिंग द्वारा जारी किये ई-रवन्ना लेकर ही बजरी का परिवहन करते हैं। कोई भी बिना खनन विभाग के जारी रवन्नों के परिवहन और विक्रय करने नहीं आते।
हमारे इन सभी ट्रक मालिकों व चालकों को लीज से जयपुर तक आने वाले रास्ते में आर.टी.ओ., माईनिंग व पुलिस तथा फर्जी बजरी यूनियन बनाकर स्वयंभू अध्यक्ष बने नवीन शर्मा व उसके कुछ लोग परेशान करते हैं।
कभी तो जयपुर शहर में बजरी मण्डियों में खड़ी गाडियों का रवन्ना खत्म बताकर, तो कभी ओवरलोड का हवाला देकर नवीन शर्मा स्वंयभू नेता व उसके लोगों द्वारा फर्जी यूनियन के नाम पर वसूली करके परेशान करते हैं। इनकी वसूली टोंक, देवली की लीजों से गाडिय़ां निकलते ही शुरू हो जाती है।
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उन्होंने बताया कि अन्य निर्माण सामग्री में चलने वाली गाडियां, जिसमें रोडी, एम.सैण्ड, डस्ट, पत्थर, मार्बल इत्यादि अत्यधिक मात्रा में ओवरलोड होते हैं तथा कुछ के पास वैध माईनिंग रवन्ना भी नहीं रहता। उन पर आर.टी.ओ., माईनिंग व पुलिस द्वारा कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं करना हास्यप्रद व पीडादायक है। जबकि आर.टी.ओ., माईनिंग व पुलिस प्रशासन वैध बजरी परिवहन करने वाली गाडियों को ही निशाना बना रहे हैं, जबकि अवैध परिवहन के खिलाफ न करने के कारण ये अवैध बजरी माफिया धड़ल्ले से पनप रहे हैं।
उन्होंने पत्र में आरोप लगाते हुए बताया कि नवीन शर्मा व उसके कुछ लोग फर्जी यूनियन बनाकर वैध बजरी ट्रक चालकों से चौथ वसूली कर रहे हैं एवं उनको फर्जी रसीदे काटकर भी थमा रहे हैं, उनको जब मना किया जाता है तो वे आर.टी.ओ., पुलिस व माईनिंग की कार्यवाही का झूठा रौब दिखाकर डराते धमकाते हैं और अपनी प्रशासनिक पकड़ होने के कारण ब्लैकमेलिंग करते हैं और मण्डी में खड़े वैध रवन्नों वाले बजरी ट्रकों पर ओवरलोड व रवन्ना खत्म होने का हवाला दे जब्त भी करवा देते हैं। जिससे हमारे बजरी ट्रक मालिकों को भारी जुर्माना भरने को मजबूर होना पड़ रहा है।
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नवीन शर्मा लीजधारकों व प्रशासन को भी ब्लैकमेल करता है। हमारी जानकारी में आया है कि लीजधारक भी इससे परेशान है व उनसे भी कई बार ये पैसा ऐंठ चुका है। इस नवीन शर्मा की अवैध बजरी माफियाओं से दोस्ती है व उनको ये ही अवैध बजरी परिवहन करने को उकसाता है और प्रशासनिक सैंटिंग भी करवाता है। इसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जायें।
उन्होंने ज्ञापन में बताया कि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश की तर्ज पर हमारे यहां भी आर.टी.ओ., माईनिंग व पुलिस प्रशासन की सम्मिलित टीम गठित की जावे व इसी टीम के अलग-अलग स्थानों पर चैक पोस्टें स्थापित की जावें, जिससे निर्माण सामग्री परिवहन करने वाले ट्रकों को अलग-अलग जगह कभी आर.टी.ओ. के नाम से कभी माईनिंग के नाम से तो कभी पुलिस के नाम से परेशान न होना पडे। ये सम्मिलित टीम ही इनका निस्तारण करें।
साथ ही इन चैकपोस्टों पर कैमरे भी लगवाये जावें, ताकि निष्पक्ष कार्यवाही हो सके। हमें इस फर्जी यूनियन के नाम से हो रही अवैध वसूली से मुक्ति दिलायी जाये व उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही कराई जावे। साथ ही 2-4 टन के ओवरलोड के नाम पर वैध ट्रक चालकों को आर. टी. ओ. व माईनिंग, पुलिस द्वारा बार-बार परेशान किये जाने वाली वसूली से भी निजात दिलायी जायें। यदि किसी ट्रक चालक के पास वैध रवन्ना ना पाया जाये तो नीति संगत कार्यवाही की जायें।
मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश में राज्य सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में की गई प्रभावी पैरवी के चलते लगभग 05 साल बाद वैध बजरी खनन काय कार्य शुरू हुआ। लेकिन अभी भी अवैध बजरी खनन/परिवहन करने वाले माफियाओं पर अंकुश नहीं लग पाया है। इन माफियाओं पर उचित कार्यवाही करे, ताकि हम बजरी ट्रक संचालकों का जीवन बसर हो सके।