भीलवाड़ा जिलें में BOB का चोर ATMउखाड कर ले गए,आखिर बैंक कार्मिकों के खिलाफ…

Dr. CHETAN THATHERA
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प्रतीकात्मक चित्र

भीलवाड़ा/ बैंकों द्वारा लगाए गए एटीएम बूथों पर सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं करने का खामियाजा अक्सर सामने नजर आता है जब चोर या तो एक टीम तोड़कर नगदी निकाल लेते हैं या एटीएम को उखाड़ कर ले जाते हैं ऐसे ही एक घटना भीलवाड़ा जिले के आसींद उपखंड के शंभूगढ़ कस्बे में बीती मध्यरात्रि को घटित हुई जब चोर बैंक ऑफ बड़ौदा का एटीएम ही उखाड़ कर ले गए।

बताया जाता है कि शंभूगढ़ बस स्टैंड पर लगा बैंक ऑफ बड़ौदा का एटीएम बूथ पर मध्य रात्रि को दो पहिया वाहन लेकर पहुंचे चोर जिन्होंने नकाब पहने हुए थे और पहले एटीएम बूथ के शटर को तोडा और फिर बूथ मे प्रवेश कर एटीएम को फोर व्हीलर से बांधकर खींचकर उखाड़ लिया और गाड़ी में लदान कर भाग छूटे चोरों ने इस वारदात को अंजाम देने के पहले वहां लगे सीसीटीवी कैमरे पर स्प्रे कर दिया ताकि उनके फुटेज नजर नहीं आए।

घटना की जानकारी आज सवेरे जब एक ग्रामीण एटीएम पर पैसे निकलाने के लिए पहुंचा तो शटर पड़ाव और एटीएम नदारद देखकर उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और बैंक कर्मी भी मौके पर पहुंच गए ।

वहीं इस घटना की जानकारी पूरे गांव में आग की तरह फैलते ही पूरा गांव भी बस स्टैंड पर एकत्र हो गया बैंक कर्मी के अनुसार एटीएम में 2800000 रुपए की राशि थी कल शाम को ही एटीएम में 2800000 रुपए की नकदी रखी गई थी । पुलिस ने इस घटना के बाद जिले सहित आसपास के जिलों में नाकेबंदी करा दी गई है लेकिन अभी तक चोरों का और एटीएम का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

विदित है की शंभूगढ़ क्षेत्र में एटीएम चोरी की यह दूसरी वारदात है इससे पहले 14 साल पूर्व 2008 में इसी बैंक के एटीएम से चोरी करने की घटना हुई थी तब चोरों ने एटीएम की सुरक्षा में लगे 2 सुरक्षाकर्मियों को हत्यारे की नोक पर बंधक बनाकर बंद कर दिया था और एटीएम से नकदी चुरा कर भाग गए थे।

विभिन्न बैंकों द्वारा लगाए गए ATM बूथो पर सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं होने के कारण यह घटनाएं आम बात हो गई है और सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इन घटनाओं से पुलिस के लिए सिरदर्द और बदनामी होती है परंतु बैंकों पर सर की लूट और चोरी की घटनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि यह सभी का इंश्योरेंस(बीमा) होता है इसलिए संबंधित बैंकों के अधिकारियों और कार्मिकों पर कोई असर नहीं होता और इस तरह की घटनाओं के बाद आज तक किसी भी बैंक मैनेजर या कार्मिक के खिलाफ बैंक द्वारा कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गई है ?आखिर क्यों ?

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम