स्कूल फीस के पैसे नहीं होने पर दो बेटियों के साथ विकलांग पिता ने की आत्महत्या

Dr. CHETAN THATHERA
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नई दिल्ली / इंसान आर्थिक और मानसिक हालात से परेशान होकर इतना टूट जाता है कि वह स्वयं के साथ ही अपने पीछे वाले परिवार को भी अपने साथ ही दुनिया से अलविदा तक कर लेता है ऐसी ही एक दिल को झझकोर देने वाली घटना सामने आई है जब एक विकलांग पिता ने आर्थिक हालात से परेशान होने के कारण अपनी दोनों बेटियों की पांचवा से स्कूल की फीस नहीं भरने की कारण परेशान हो अपनी दोनों बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली।

यह घटना उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के शाहपुर शहर मैं सीता गीता वाटिका घोसीपुरवा की है यहां रहने वाले जितेंद्र श्रीवास्तव(45) अपनी दो बेटियों मान्या श्रीवास्तव(16) और मानवी श्रीवास्तव (14 )वह पिता ओम प्रकाश के साथ रहते थे।

जितेंद्र श्रीवास्तव के पिता ओमप्रकाश जब अपनी रात्रि कालीन ड्यूटी समाप्त कर घर लौटे तो घर का उन्होंने मुख्य द्वार खुला देखा तो बच्चों पर जब अंदर जाकर देखा तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई अलग-अलग कमरे में बेटा जितेंदर और दोनों पोतिया मान्या व मानवी मानवी केशव फंदे पर पंखे से लटके हुए थे ।

इस पर उनके मुंह से चीख निकल गई और चिल्लाते हुए वे बाहर आए उनकी आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे देखकर बेबी चौक गए उन्होंने तत्काल घटना की सूचना शाहपुर थाने में दी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों लाशों को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया इस घटना से इस इलाके में खलबली मच गई।

पुलिस को मौके पर घर में दो तोते कपड़े से ढक के मिले थे और उनके पास ही एक सुसाइड नोट पड़ा मिला जिस पर लिखा हुआ था कि हमारे मरने के बाद दोनों तोते को छोड़ दिया जाए बताया जा रहा है कि जब परिवार के लोगों ने तोतों को बाहर निकालकर उठाने की कोशिश की तो तोते नहीं उड़े पुलिस ने दोनों तोतों को भी अपने कब्जे में ले लिया है ।

पुलिस को प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी और मृतक जितेंद्र श्रीवास्तव काग 1999 में एक ट्रेन हादसे में पैर कट गया था और वह कृत्रिम पैर के सारे घर पर ही सिलाई का काम कर परिवार का गुजारा कर रहे थे तथा ओमप्रकाश प्राइवेट नौकरी कर रहे थे तथा जितेंद्र प्रसाद की पत्नी का 2020 में कैंसर से निधन हो गया था।

जितेंद्र प्रसाद की दोनों बेटियां आवास विकास स्थित सेंट्रल एकेडमी में कक्षा नौ और कक्षा 7 में पढ़ती थी और पिछले 5 माह से इन दोनों बच्चों की फीस के करीब ₹37000 से अधिक बकाया थे जो वह भर नहीं पा रहे थे और इसी आर्थिक हालात से परेशान होकर तीनों ने आत्महत्या की है पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम