Tonk News । टोंक बनास नदी में लीजधारक को बजरी खनन शुरु कराने के लिए शुक्रवार को पहुुंचे प्रशासन के सामने ग्राम बोरदा व नया गांव के ग्रामीणों पहुंच कर अपना विरोध किया और प्रतिबंधित बनास नदी क्षेत्र में जलस्त्रोतो एवं पर्यावरण को बजरी खनन से नुकसान होने की बात कहते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र से बजरी खनन रोकने की मांग की।
जानकारी के अनुसार बनास नदी में लीजधारक को बजरी खनन शुरु कराने के लिए शुक्रवार को प्रशासन मौके नदी में पहुंचा, जिसकी सूचना मिलते ही बोरदा व नया गांव के ग्रामीण महिला पुरुष नदी में पहुंच गए और उन्होंने प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना सीमा ज्ञान के बजरी खनन करने का विरोध करते हुए बजरी खनन रोकने की मांग की और प्रशासन को अवगत कराया कि बनास नदी के प्रतिबंधित क्षेत्र में जल स्त्रोत स्थित है, जहां से हमारे खेतो में पाईप लाईन द्वारा फसलों को पानी पिलाया जाता है।
बजरी खनन करने से हमारे पाईप लाईन टूट जाती है और इसके साथ ही पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। बजरी खनन को प्रतिबंधित क्षेत्र से बंद करने के लिए कई बार प्रशासन को ज्ञापन दे चुके है, पर प्रशासन हमारी कोई सुनवाई नही कर रहा है,
बल्कि बजरी ठेकेदार के कर्मी उल्टा हमारे ऊपर ही दबाव बनाकर डराने धमकाने की कोशिशे करते है और मशीनों से बजरी कार्य किए जाने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नही करते है। पानी में से बजरी निकाल कर छनाई कर ठेकेदार द्वारा बजरी निकाली जा रही है। जिससे बनास नदी में जलस्त्रोतो के नुकसान के साथ पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है।