जयपुर/ भीलवाड़ा/ अपनी मांगों को लेकर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने राज्यव्यापी आंदोलन का निर्णय लिया है, खण्डेलवाल ऑडिटोरियम, वैशाली नगर जयपुर में महासंघ का ‘‘संघर्ष चेतना महाधिवेशन’’ सम्पन्न हुआ।
जिसमे जिसमें भीलवाड़ा से महासंघ के घटक संघों के 50 पदाधिकारियों ने भाग लिया। महासंघ के इस अधिवेशन में राज्य भर से 82 घटक संगठनों के हजारों पदाधिकारियों ने भाग लिया।
भीलवाड़ा के जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा घोषित राजस्थान संविदा नियम 2022 विरोधाभाषी कानून हैं। राज्य सरकार ने इस प्रकार के नियम संविदा कार्मिकों को भविष्य में स्थायी कर्मचारी बनने के सभी रास्ते बंद कर दिये है।
संविदा नियम 2022 प्रदेश में आजादी के बाद कर्मचारियों/श्रमिकों पर सबसे बडा हमला है, जिसका महासंघ पुरजोर विरोध करता है। विगत आंदोलनों में सरकार व संगठनों के मध्य हुए लिखित समझौतो/सहमतियों को लागू नहीं किया जा रहा है, जिससे राज्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण हेतु कमेटियों का गठन किया गया है जो हास्यास्पद है। विगत सरकार द्वारा गठित डी.सी. सामंत कमेटी की रिपोर्ट उजागर किये बगैर ही खेमराज कमेटी का गठन किया गया जिसकी रिपोर्ट आज दिवस तक लम्बित है।
महासंघ का यह मंतव्य है कि राज्य कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान महासंघ एवं सरकार के मध्य द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से किया जावें। कमेटियों पर किये जा रहे निष्फल व्यय से प्रदेश को राजकीय कोषीय घाटा होता है।
मुख्य मांगेः-
1. कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर कर वर्ष 2013 की अनुसूची 5 के अनुसार सातवें वेतन आयोग में वेतन निर्धारण किया जावे तथा न्यूनतम वेतन 26000 किया जावे ।
2. 9,18 एवं 27 वर्ष की सेवा पर एसीपी के स्थान पर 7,14,21, एवं 28 वर्ष की सेवा पर पदोन्नति पद का वेतनमान स्वीकृत किया जावे।
3. विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा किए गए समझौतों एवं सहमतियों को लागू किया जावे ।
4. सहायक कर्मचारियों को एमटीएस घोषित किया जावे।
5. नियमित पदों पर संविदा कार्मिकों के भर्ती के लिए जारी संविदा नियम 2022 को प्रत्याहारित कर रिक्त पदों पर नियुक्त संविदा कार्मिकों ध् अस्थाई कार्मिकों को नियमित किया जावे।
6. परादर्शी स्थानांतरण नीति जारी की जावे।
7. प्रदेश में लागू की गई पुरानी पेंशन योजना के पश्चात कर्मचारियों के एनपीएस की राशि जी पी एफ खाते में स्थानांतरित की जावे तथा कर्मचारियों द्वारा लिए गए ऋण की वसूली के जारी आदेशों को प्रत्याहारित किया जावे।
8. प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों को शासन सचिवालय के समान वेतन भत्ते स्वीकृत किए जावे।
9. कर्मचारी संगठनों के धरना प्रदर्शन पर रोक के लिए सरकार द्वारा अलोकतांत्रिक निर्णय कर जारी किए गए नो वर्क नो पे के आदेश दिनांक 05.10.2018 को प्रत्याहरित किया जावे।
जयपुर में हुए अधिवेशन को महासंघ के घटकों राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ-शेखावत, राजस्थान पटवार संघ, ओम प्रकाष शर्मा, पूर्व प्रदेषाध्यक्ष महासंघ, राजस्थान कानूनगो संघ, राजस्थान नर्सेज एसोसियेशन,
राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ, राजस्थान कृषि पर्यक्षक संगठन, राजस्थान कृषि स्नातक कर्मचारी संघ, राजस्थान हाउसिंग बोर्ड कर्मचारी संघ, राजस्थान अधिनस्थ एवं सांख्यिकी कर्मचारी संघ, राजस्थान मिनिस्ट्रीयल एसोसियेशन, राजस्थान अतिरिक्त एवं सहायक विकास अधिकारी संघ, राजस्थान डेयरी कर्मचारी महासंघ,
राजस्थान वाहन चालक तकनीकी कर्मचारी संघ, तिवारी राजस्थान आयुर्वेद परिचारक संघ, राजस्थान प्रांतीय नल मजदूर कर्मचारी संघ, राजस्थान सहायक कर्मचारी संघ, राजस्थान शारिरिक शिक्षक संघ),
धर्मेन्द्र फौगाट (राजस्थान आयुर्वेद नर्सेज एसोसियेशन, राजस्थान कम्प्यूटर अधिनस्थ कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील), राजस्थान वन अधिनस्थ कर्मचारी संघ, राजस्थान शिक्षक संघ-शेखावत, गंगानगर शुगर मील कर्मचारी यूनियन,
मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ, ए.एन.एम./एलएचवी, राजस्थान पशुपालन सहायक तकनीकी कर्मचारी संघ, राजस्थान अधिनस्थ एवं सांख्यिकी कर्मचारी संघ, आयुर्वेद मंत्रालयिक कर्मचारी संघ सहित 82 संगठनों के पदाधिकारियों ने संबोधित किया और इनके नेतृत्व में जिले के सदस्यों ने भाग लिया।
कार्यक्रम घोषित
1. ब्लॉक स्तर पर संघर्ष समितियों/तहसील उपषाखाओं/विभागीय समितियों का गठन दिनांक 28 दिसम्बर से 31 दिसम्बर 2022
2. जिला स्तर पर संघर्ष चेतना बैठकें दिनांक 28 दिसम्बर से 31 दिसम्बर 2022
3. समस्त जिला मुख्यालयों पर प्रदेष पदाधिकारियों द्वारा संघर्ष चेतना यात्रा दिनांक 4 जनवरी 2023 से 6 जनवरी 2023
4. समस्त ब्लॉक स्तर पर धरना/प्रदर्शन/ज्ञापन दिनांक 11 जनवरी 2023।
5. समस्त जिला मुख्यालयों पर हजारों वाहनों से आक्रोश रेली दिनांक 18 जनवरी 2023।
6. राजधानी जयपुर में विशाल महा आक्रोश महारैली दिनांक 23 जनवरी 2023