जयपुर/ राजस्थान में विधानसभा चुनाव में मात्र 7 महीने बचे हैं लेकिन कांग्रेसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच वर्चस्व की लड़ाई आज तक जारी है और राजस्थान में कांग्रेसी दो भागों में विभाजित होकर अभी भी जंग जारी है ।
ऐसे में आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्ता में वापस वापसी करेगी ऐसी संभावनाएं ऐसे हालात में नजर नहीं आती और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ हमला बोलते हुए आज मीडिया के माध्यम से अनशन का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रहे वर्चस्व की लड़ाई राजस्थान ही नहीं पूरे देश में जगजाहिर है ऐसे में आज चुनाव के 7 महीने पहले से फिर सचिन पायलट हमलावर मूड में आ गए हैं ।
आज उन्होंने जयपुर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा नेताओं को बचाने और उनके साथ मिलीभगत करने का गंभीर आरोप लगाते हुए 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर 1 दिन के आमरण अनशन का ऐलान किया है।
पायलट ने कहा है कि 1 दिन का अनशन उन कामों को लेकर होगा जो अब तक हमारी सरकार अर्थात मुख्यमंत्री गहलोत नीत सरकार द्वारा नहीं किए गए हैं ।
सचिन पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि वसुंधरा जी के शासनकाल के दौरान 45000 करोड़ के घोटाले और भ्रष्टाचार हो गए थे उन सभी घोटालों और भ्रष्टाचार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दबा दिए हैं ।
पायलट ने कहा कि जब हम विपक्ष में थे तब कांग्रेस ने वादा किया था कि हम सत्ता में आएंगे तो भ्रष्टाचार के मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे मगर सत्ता में आने के बाद मिले-जुले खेल में सारे मामले दबा दिए गए हैं ।
पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 28 मार्च 2022 को और फिर 2 नवंबर 2022 को दो पत्र लिखे लेकिन एक का भी जवाब नहीं हुआ और नहीं कोई कार्यवाही हुई।
इन पत्रों में मैंने भ्रष्टाचार के मामलों की कार्रवाई की मांग की चाय व खनन माफिया का मामला हो या कोई और लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई पायलट ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए हमने कला संघर्ष किया था।
जिसके कारण हम सत्ता में आए विपक्ष में रहते हो हमने वसुंधरा राजे सरकार के साथ संगठन के कई मुद्दे उठाए हमारी विशेषता तब होगी जब विपक्ष में रहकर जो आरोप लगाए जाते हैं उन पर कार्रवाई की जाए और पिछले साढे 4 साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई हम किस मुंह से जनता के बीच आने वाले चुनाव में जाएंगे ।
मीडिया से रूबरू होने के दौरान सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के वह वीडियो भी दिखाएं जब विपक्ष में रहते हुए गहलोत ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे ।
विदित है कि सचिन पायलट पिछले 1 माह से मुख्यमंत्री गहलोत पर हमलावर होने के मूड में है और लगातार एक माह से वह किसी न किसी मुद्दों पर अशोक गहलोत को निशाना बना रहे हैं ।
चाय पेपर लीक का मामला हो या फिर पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं से बदसलूकी का मामला हो ऐसा कोई भी मौका पायलट अब नहीं चूक रहे हैं।