जयपुर/ राजस्थान में गहलोत सरकार के मंत्री अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ आधुनिक तौर पर लगातार कटाक्ष करने आरोप-प्रत्यारोप लगा अनुशासनहीनता करने से नहीं थम रहे हैं और इसी कड़ी में गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास आए दिन इस तरह के कटाक्ष सरकार और मुख्यमंत्री पर कर रहे हैं।
और एक बार फिर उन्होंने कहा कि चलो साहब अब तो केवल जान बची है गहलोत साहब को पूरी कैबिनेट की जान निकाल लो कर दे दो तो भी यह कहेंगे कि मजा नहीं आया ।
कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास कल पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्गार व्यक्त किए उन्होंने कहा कि मैंने भी गहलोत साहब को कहा कि अब तो जान बाकी रही है एक साथ पूर्व कैबिनेट की जान निकाल लो और इनको दे दो फिर भी देंगे मजा नहीं आया अरे पागल मैं मर गया और फिर भी मुझे मजा नहीं है।
और इसका क्या करें? उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को ऊपर वाला दूधी का कान के नीचे और कहेगा कि अलग ले जाकर इसे मुर्गा बनाओ उस बेचारे ने जान निकाल कर दी थी फिर भी तेरे कोई फर्क नहीं पड़ा।
अंतिम खाचरियावास ने भाजपा और कांग्रेस नेताओं की पोल खोलते हुए स्पष्ट करते हुए जनता से कहा कि अगर कांग्रेस काम नहीं करती है तो उसे नकार दो और भाजपा काम नहीं करती है तो उसे भी नकार दो कोई तीसरा या चौथा अच्छा प्रत्याशी है।
उसे लेकर आओ जो काम करेगा क्योंकि राजनीति में तभी सफलता होगी अब पार्टी के आधार पर नहीं बल्कि काम और व्यक्ति के आधार पर जनता वोट देगी उन्होंने कहा कि भाजपा हो या कांग्रेस के सभी नेता हम सब अंदर से एक हैं केवल बाहरी दिखावे के रूप में सदन में लड़ते हैं और बयानबाजी करते हैं ।
बाहर जनता क्यों परेशान होती है पता नहीं जनता नेताओं की वजह से चाय की पान की साड़ियों पर लगती है और नेता मजे करते हैं सोने का एक-एक भगवान कृष्ण ने गीता में कहा जो चतुर लोग होते हैं वे राजनीति से खेलते हैं और जो मूर्ख लोग होते हैं वे राजनीति चर्चा करके मित्रों से झगड़ा करते हैं ।
कांग्रेस के नवनियुक्त राजस्थान प्रभारी जिनकी हवा आलाकमान निकाल दी है फिर भी वह बार-बार कहता है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और राजस्थान में उनकी नियुक्ति के बाद भी गहलोत सरकार के ही मंत्री लगातार सरकार और अपने मुख्यमंत्री के खिलाफ सार्वजनिक रूप से इस तरह कटाक्ष और बयान देकर एक तरह से अनुशासनहीनता ही कर रहे हैं और प्रभारी उनके खिलाफ कुछ भी कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं या इसे यूं कहें कि वह इन मंत्रियों नेताओं के खिलाफ कुछ करने की हिम्मत…