जयपुर/ राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लंबे समय से चल रही खिंचा तान और मनमुटाव अब खत्म हो गया है और सचिन पायलट के तीखे तेवर भी अब ढीले पड़ गए हैं। पायलट ने कहा कि गहलोत से अब कोई मनमुटाव नहीं मिलकर लड़ेंगे चुनाव ।
EXLCUSIVE | VIDEO: सचिन पायलट (@SachinPilot) ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर कहा: दशकों से कांग्रेस किसी प्रदेश में किसी एक चेहरे को आगे करके चुनाव नहीं लड़ती। pic.twitter.com/VAtJeFOG7h
— Press Trust of India (@PTI_News) July 8, 2023
गहलोत और पायलट के बीच लंबे समय से राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई को लेकर चल रही आपसी खींचातानी आखिर राजस्थान में 3 माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले समाप्त हो गई है और इसकी पुष्टि स्वयं सचिन पायलट ने मीडिया को दिए साक्षात्कार में की है।
EXLCUSIVE | VIDEO: सचिन पायलट (@SachinPilot) ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर कहा: दशकों से कांग्रेस किसी प्रदेश में किसी एक चेहरे को आगे करके चुनाव नहीं लड़ती। pic.twitter.com/VAtJeFOG7h
— Press Trust of India (@PTI_News) July 8, 2023
सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खडगे की सलाह पर उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री और अपने प्रतिद्वंदी अशोक गहलोत के साथ मनमुटाव को खत्म कर दिया है। विधानसभा चुनाव में आगे बढ़ने के लिए सामूहिक नेतृत्व एकमात्र रास्ता है कोई भी जादू से चुनाव जीतने का दावा नहीं कर सकता यह पूरी टीम का प्रयास और कोशिश जरूरी है।
पायलट ने कहा कि मलिकार्जुन खडगे ने दिल्ली मीटिंग के दौरान उनसे कहा था कि माफ करें और भूल जाए और आगे बढ़ने की बात कही थी यह उनकी सलाह भी थी और निर्देश भी थे ।
दिल्ली की मीटिंग के बाद पहली बार सचिन पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए गहलोत के प्रति अपने तीखे तेवर इस बार नजर नहीं आए और उनके स्वर में ढीलापन और नरमी थी। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत मुझसे बड़े हैं उनके पास अनुभव भी ज्यादा है उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है ।
जब मैं राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष था तो मैंने सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश की और मुझे लगता है कि आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है इसलिए वे सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश और प्रयास कर रहे हैं ।
अपनी मांगों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा कि अगर थोड़ा भी इधर-उधर हुआ तो यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है क्योंकि पार्टी और जनता किसी भी व्यक्ति से ज्यादा महत्वपूर्ण है मैं भी इसे समझता हूं और गहलोत भी इसे समझते हैं। बीते दिनों गहलोत द्वारा उन्हें उन्हें जिन शब्दों से सार्वजनिक तौर पर अपमानित करते हुए।
पुकारा था के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़के ने कहा कि वह समय बीत चुका है वापस नहीं आना है और अब भविष्य की ओर देखना है तथा माफ करो और भूल जाओ और आगे देखो।
सचिन पायलट ने कहा कि मैंने हमेशा ऐसे किसी भी शब्द का या भाषा का उपयोग करने से परहेज किया है जो मुझे अप्रिय लगता है या जिसके बारे में मैं स्वयं नहीं सुनना चाहता हूं बातचीत की कुछ गरिमा बनाए रखना हमेशा अच्छा होता है।
यह इशारा पायलट का गहलोत की ओर था। पायलट ने कहा कि हमारे लिए अगली चुनौति चुनाव जीतना है। नेता व्यक्ति और नहीं बयान मायने रखते हैं यह सब बीत चुका है ।