माथना में हुआ माता सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा का अनावरण,विधायक ने स्कूल में टीनशेड निर्माण हेतु की पांच लाख की घोषणा

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बारां /फ़िरोज़ खान। ग्राम माथना स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में माता सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय माथना के प्राचार्य रामचरण मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि संयुक्त माली सैनी महासभा बारां द्वारा विद्यालय के प्रांगण में माता सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बारां-अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल रहे। अध्यक्षता बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष रामचरण मीणा रहे तथा अति विषिष्ठ अतिथि बारां डेयरी चेयरमेन प्रदीप काबरा रहे।

कार्यक्रम में विषिष्ठ अतिथि सीता भाटी सदस्य समाज कल्याण बोर्ड राजस्थान, नंदकिषोर मीणा पूर्व चेयरमेन कापरेटिव सोसायटी बारां, पटेल रामगोपाल सैनी जिलाध्यक्ष संयुक्त माली सैनी महासभा, मांगीलाल सैनी बारां रहे। अतिथियों का शाल, श्रीफल, साफाबंदी कर स्वागत सम्मान किया गया। अतिथियों के कर कमलों से माता सावित्रीबाई फूले की प्रतिमा का अनावरण किया गया।

अतिथियों का विद्यालय परिवार की तरफ से आतिषबाजी, डोल नगाडो एवं माल्यार्पण, पुष्पवर्षा कर स्वागत सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि बारां-अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर फूल अर्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। मुख्य अतिथि का 21 किलो के पुष्प हार एवं साफा बंधन कर स्वागत सम्मान किया गया।

इस दौरान प्रवेष द्वार पर स्थानीय विद्यालय की छात्राओं द्वारा अतिथियों का पारम्परिक वेशभूषा में मंगल कलष धारण कर स्वागत, अभिनन्दन किया गया। छात्राओं द्वारा राजस्थान सरकार की 50 फ्लेगषिप योजनाओं एवं राजस्थान मिषन-2030 की योजनाओं पर एक लघु नाटक का मंचन किया गया।

जिससे प्रसन्न होकर मुख्य अतिथि विधायक पानाचंद मेघवाल द्वारा प्रत्येक छात्रा को 500 रूपए पारितोषिक के रूप में भेंट किए तथा विधायक कोष से विद्यालय में छात्र-छात्राओं के भोजन करने हेतु टीनषेड निर्माण कार्य हेतु 5 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की गई।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पानाचंद मेघवाल ने कहा कि सावित्रीबाई फुले भारतीय समाज की महिला उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली एक महान सामाजिक कार्यकर्ता थी। वह महिला शिक्षा के प्रति अपनी अद्भुत प्रेरणा के लिए प्रसिद्ध हैं।

सावित्रीबाई ने अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर विधवा, दलित और पिछड़े वर्ग की महिलाओं के शिक्षा के लिए संघर्ष किया। उनका संघर्ष उन्हें ‘महात्मा जोतिबा फुले’ के नाम से संबोधित करता है। उनकी महानता और समर्पण को सलाम करते हुए, ।

उनके योगदान ने समाज में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए। सावित्रीबाई फुले का योगदान आज भी हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण है। उनकी महानता, साहस और समर्पण को सराहते हुए हमें आज भी महिला शिक्षा, समाज में समानता और जातिगत असमानता के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने की आवश्यकता है। उनकी यादें हमें प्रेरित करती हैं कि हमें समाज में सुधार लाने के लिए सही मार्ग पर चलना चाहिए।

कार्यक्रम में डीसीसी उपाध्यक्ष जाकिर मंसूरी, ब्लाॅक अध्यक्ष बारां सिद्वार्थ नागर, अटरू ब्लाॅक अध्यक्ष भारतेन्द्र सिंह सिसोदिया, पूर्व ब्लाॅक अध्यक्ष बनवारी मीणा माथना, महिला ब्लाॅक अध्यक्ष अटरू रीना यादव, डाॅ. हेमराज सेन, शाहिद कुण्डी, रामप्रसाद मेघवाल अध्यापक, संजय नामदेव, रमेष मीणा सहित विद्यालय स्टाफ एवं हजारों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

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