Dehli।केंद्र सरकार ने रविवार को महादेव बुक और रेड्डीअन्नाप्रिस्टोप्रो सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों के खिलाफ ब्लॉकिंग आदेश जारी कर दिए हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से यह कार्रवाई अवैध सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से की गई जांच और छापेमारी के बाद की गई है। ईडी ने अपनी जांच में इन ऐप के संचालन को गैरकानूनी बताया था।
महादेव बुक ऐप का मालिक फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। उसे मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने ऐसा करने का अधिकार होने के बावजूद इन प्लेटफार्मों को ब्लॉक करने के लिए केंद्र सरकार के पास कोई अनुरोध नहीं भेजा था।
उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार के पास धारा 69ए आईटी अधिनियम के तहत वेबसाइट-ऐप को बंद करने की सिफारिश की पूरी शक्ति थी। हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और न ही राज्य सरकार की ओर से ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया गया है, जबकि सरकार पिछले 1.5 साल से इसकी जांच कर रही है। सच्चाई ये है कि इस संबंध में ईडी से पहला और एकमात्र अनुरोध प्राप्त हुआ था जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
ईडी का हैरान करने वाला दावा
महादेव बेटिंग ऐप को लेकर ईडी ने शुक्रवार को अपनी जांच का हवाला देते हुए कहा था कि छत्तीसगढ़ इलेक्शन के लिए दुबई से 5.39 करोड़ रुपए भेजा गया। ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार आरोपी असीम दास ने खुलासा किया है कि महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर ने दुबई से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए करोड़ों रुपए भेजे थे। इसके साथ-साथ छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खर्चे के लिए भी पैसे भेजे गए हैं।ईडी का दावा – सीएम बघेल को मिले 508 करोड़ रुपए
ईडी ने जांच का हवाला देते हुए कहा कि महादेव ऐप के प्रमोटर अब तक करीब 508 करोड़ रुपए सीएम भूपेष बघेल को दे चुके हैं। इस मामले में ईडी ने छत्तीसगढ़ पुलिस के एक कांस्टेबल भीम यादव को भी गिरफ्तार किया है।
भीम यादव पिछले तीन साल में दुबई की कई बार यात्रा कर चुका है। भीम यादव ही वो शख्स है जिसके जरिए रिश्वत का पैसा राजनेताओं और पुलिस अधिकारियों तक पहुंचता था।