जयपुर/ भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने के बाद 7 दिन भी जाने के पश्चात भी अभी तक मुख्यमंत्री का चयन नहीं कर पाई है और सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक एक बार फिर खटाई में पडती नजर आ रही है ?
दूसरी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर एक बार फिर से शक्ति प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हो गया है और इसको लेकर भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए परेशानी खड़ी कर रही है वहीं भाजपा द्वारा अपने सभी विधायकों को अगले दो दिन तक जयपुर में ही रहने के निर्देश जारी किए गए है ।
राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब भाजपा सत्ता में आने के 7 दिन बाद भी मुख्यमंत्री का फैसला नहीं कर पाई है मुख्यमंत्री के साइन को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को पर्यवेक्षक बनाया है।
और यह तीनों पर्यवेक्षक आज रात तक जयपुर पहुंचने की संभावना है पर्यवेक्षकों द्वारा भाजपा के सभी विधायकों के विधायक दल की सोमवार को बैठक लेने का कार्यक्रम निर्धारित था लेकिन सोमवार को होने वाली बैठक स्थगित होने के आसार नजर आ रहे हैं।
इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि लखनऊ में कल राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू का दौरा है और राजस्थान के पर्यवेक्षक बनाए गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद है ऐसे में राष्ट्रपति की कार्यक्रम के दौरान उनकी मौजूदगी भी प्रस्तावित है दूसरी ओर खबर लिखे जाने तक विधायकों के पास विधायक दल की बैठक को लेकर किसी तरह की कोई सूचना नहीं मिली है।
ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि विधायक दल की बैठक अब मंगलवार या बुधवार तक हो सकती है इसलिए मुख्यमंत्री के चयन का फैसला भी दो दिन और टालने के आसार हैं।
दूसरी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को विधायकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया था और और लगभग 25 मिनट से अधिक समय तक यह संवाद कार्यक्रम चला।
इधर दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार को सवेरे दिल्ली से जयपुर पहुंची । रविवार को दोपहर बाद वसुंधरा राजे के सिविल लाइन स्थित 13 नंबर के आवास पर एक बार फिर से भाजपा विधायकों क वसुंधरा राजे से मिलने का सिलसिला शुरू हो गया ।
सूत्रों के अनुसार आज जो विधायक वसुंधरा राजे से मिलने पहुंचे उनमें संजीव बेनीवाल बहादुर सिंह कोली के के विश्नोई श्री चंद्र कृपलानी अर्जुन लाल गर्ग अजय सिंह तिलक अंशुमान सिंह भाटी पुष्पेंद्र सिंह राणावत बाबू सिंह राठौड़ कैलाश वर्मा जगत सिंह आदि हैं इनके अलावा पूर्व विधायक राजेंद्र गुंजल अशोक प्रणामी और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी राजपाल सिंह शेखावत भी वसुंधरा राजे से मिले वसुंधरा राजे से इससे पहले भी करीब 45 से अधिक विधायक उनके आवास पर आकर मिले हैं और चर्चा हुई है ।
आज एक बार फिर विधायकों का वसुंधरा राजे के आवास पर मिलने के सिलसिले से भाजपा की सियासत में हलचल मची हुई है और केंद्रीय भाजपा नेतृत्व इसको लेकर एक बार फिर शायद परेशान है ।
अब ऊंट किस करवट बैठेगा राजस्थान को नया मुख्यमंत्री कब मिलेगा और राजस्थान का नया मुख्यमंत्री कौन होगा ऐसे सवालों के जवाब के लिए प्रदेशवासियों को अगले दो दिन तक इंतजार करना पड़ सकता है।