जयपुर/ राजस्थान के नए मुखिया और दोनों उप मुखिया तथा मंत्रियों का राजतिलक कल नए मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर राजधानी के अल्बर्ट हॉल के बाहर शुभ मुहूर्त में 11:15 बजे होगा । इस राजतिलक समारोह के साक्षी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री बनेंगे राजतिलक समारोह की तैयारी युद्ध स्तर पर प्रारंभ हो गई है और समारोह को लेकर प्रशासन में पुलिस द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ।
तथा समारोह में शामिल होने वाली लाखों की संख्या की भीड़ को देखते हुए यातायात व्यवस्था की विशेष व्यवस्था की गई है और आज से ही यातायात व्यवस्था कल दोपहर तक के लिए अलग होगी।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजधानी जयपुर के मुख्य मार्गों और प्रवेश मार्गों की आकर्षक सजावट की जा रही है भाजपा के झंडा और होल्डिंग कट आउट सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं वाले पोस्टर और बैनर भी लगे गए हैं इसके लिए भाजपा प्रदेश कार्यालय में कल दिन भर चली बैठकों के बाद अलग-अलग जिम्मेदारियां का बंटवारा कर दिया गया था और समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई है ।
आकर्षक लाइटिंग व्यवस्था भी की गई है। कार्यक्रम स्थल को केसरिया झालरों और रोशनी से सजाने की तैयारी चल रही है । समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा हेमंत विस्वा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री गोवा और हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे । इस शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री के अलावा करीब 15 से अधिक मंत्री भी शपथ ले सकते हैं ।
प्रदेश में अधिकतम 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं इनमें से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तथा दिया कुमारी और डॉक्टर प्रेमचंद बेरवा के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद अब 27 मंत्री बनाए जा सकते हैं लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि कल होने वाले शपथ ग्रहण में प्रथम चरण में 15 से अधिक मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है इनमें 10 कैबिनेट स्तर के और 5 से 8 राज्य मंत्री स्तर के हो सकते हैं शेष खाली मंत्री पदों को संभवतया लोकसभा चुनाव के बाद भरा जाएगा। मंत्रियों का चयन भी केंद्रीय भाजपा नेतृत्व द्वारा निर्धारित किया जाएगा और कौन सा मंत्री किस विभाग का मंत्रालय उसके पास होगा।
इसका निर्धारण भी भाजपा केंद्रीय नेतृत्व द्वारा निर्धारित किया जाएगा इसको लेकर मंथन चल रहा है मंत्रियों के चयन में सोशल इंजीनियरिंग और जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण को भी ध्यान में रखा जाएगा और संभावना है कि मंत्री परिषद में भी मुख्यमंत्री की तरह ही कई चौंकाने वाले नाम भी शामिल होंगे कुल मिलाकर नए और पुराने विधायकों का मिश्रण कर मंत्रिमंडल बनाया जाएगा।
जातिगत आधार पर भाजपा में जीते विधायकों की संख्या बल इस तरह
राजपूत 17 विधायक जाट और ब्राह्मण 12 -12 विधायक एससी के 23 विधायक एसटी 16 गुर्जर समाज के पांच वैश्य वर्ग से आठ रावत समाज से तीन नगर और धाकड़ कलवी और पटेल समाज से तीन-तीन बिश्नोई सैनी यादव सिंधी समाज से 2–2 देवासी राजपुरोहित जट सिख समाज से एक-एक और अन्य समाज से दो कल 115 विधायक का है यह गणित
मंत्रियों की दौड़ में कौन -कौन है दावेदार विधायक
महंत बालकनाथ किरोड़ी लाल मीणा महंत प्रताप पुरी विश्वराज सिंह मेवाड़ पुष्पेंद्र सिंह राणावत जोगेश्वर गर्ग मदन दिलावर जेठानंद व्यास जितेंद्र गोठवाल झाबर सिंह खर्रा दीप्ति किरण माहेश्वरी अनीता भदेल जवाहर सिंह बैडम नोक्षम चौधरी हंसराज पटेल पब्बाराम विश्नोई हीरालाल नागर जगत सिंह लालाराम बेरवा भैराराम चौधरी संजय शर्मा लादू लाल पितलिया गोपाल लाल उदयलाल भडाणा जयदीप बिहानी सिद्धि कुमारी अजय सिंह तिलक सुमित गोदारा हंसराज पटेल फूल सिंह मीणा शंकर लाल डेचा कैलाश मीणा ताराचंद जैन छगन सिंह राजपुरोहित जोराराम कुमावत प्रमुख है इनमे से कईयों की लाटरी लग सकती है पहले दौर मे अर्थात कल और जीने मंत्री पद नहीं मिल पाएगा उनको संसदीय सचिव बनाया जा सकता है।