जयपुर / राजस्थान में आखिर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मुखिया बनने के बाद और 25 दिन बाद पिछले सप्ताह उनकी टीम अर्थात मंत्रियों का चयन किया गया था और शपथ दिलाई गई थी और 5 दिन के मंथन के बाद आखिर आज मंत्रियों को उनके विभागों का दायित्व सौंप दिया गया है । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के पास गृह सहित 8 विभाग है।
जबकि डिप्टी सीएम दीया कुमारी के पास वित्त सहित 6 विभाग होंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा राज्यपाल कलराज मिश्र को विभागों के बंटवारे संबंधी प्रस्ताव दिया गया था। जिसे राज्यपाल ने अपनी मंजूरी दे दी है ।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा मंत्रिपरिषद के विभागों के बंटवारे के प्रस्ताव का शुक्रवार को अनुमोदन किया है। राजभवन के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
मुख्यमत्री भजन लाल शर्मा के पास ये 8 विभाग-
1. कार्मिक विभाग
2. आबकारी विभाग
3. गृह विभाग
4. आयोजना विभाग
5. सामान्य प्रशासन विभाग
6. नीति निर्धारण प्रकोष्ठ- मुख्यमंत्री सचिवालय
7. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग
8. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी)
डिप्टी सीएम दीया कुमारी के पास ये 6 विभाग
1. वित्त विभाग
2. पर्यटन विभाग
3. कला, साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व विभाग
4. सार्वजनिक निर्माण विभाग
5. महिला एंव बाल विकास विभाग
6. बाल अधिकारिता विभाग
डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के पास 4 विभाग
1. तकनीकी शिक्षा विभाग
2. उच्च शिक्षा विभाग, आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा
3. यूनानी,सिद्ध और होम्योपैथी विभाग
4. परिवहन और सड़क सुरक्षा विभाग
किरोड़ी लाल मीणा के पास ये सब विभाग
1. कृषि और उद्यानिकी विभाग
2. ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन
3. सहायता और नागरिक सुरक्षा विभाग
4. जन अभियोग निराकरण विभाग
गजेंद्र सिंह खींवसर के पास ये 2 विभाग
1. चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग
2. चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं विभाग
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के पास ये 5 विभाग
1. उद्योग और वाणिज्य विभाग
2 सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग
3. युवा मामले और खेल विभाग
4. कौशल नियोजन और उद्यमिता विभाग
5. सैनिक कल्याण विभाग
मदन दिलावर को स्कूल शिक्षा विभाग, पंचायत राज विभाग संस्कृत शिक्षा विभाग दिया।
कन्हैयालाल चौधरी को PHED और भूजल विभाग ।
जोगाराम पटेल को संसदीय कार्य विधि और विधिक कार्य विभाग, न्याय विभाग सौंपा।
सुरेश सिंह रावत को जल संसाधन विभाग और जल संसाधन आयोजना विभाग दिया गया।
अविनाश गहलोत को सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग का मंत्री बनाया।
सुमित गोदारा को खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग का मंत्री बनाया।
जोराराम कुमावत को पशुपालन, डेयरी, गोपालन और देवस्थान विभाग का मंत्री बनाया।
बाबूलाल खराड़ी को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, गृह रक्षा विभाग सौंपा।
हेमंत मीना को राजस्व विभाग और उपनिवेशन विभाग का मंत्री बनाया
सुरेंद्र पाल टीटी को कृषि विपणन विभाग, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास और जल उपयोगिता विभाग, इंदिरा गांधी नहर विभाग, अल्पसंख्यक मामलों और वक्फ विभाग का राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है.
संजय शर्मा को वन विभाग, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग का स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया है.
गौतम कुमार दक को सहकारिता विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग का स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया है.
झाबर सिंह खर्रा को नगरीय विकास, स्वायत्त शासन विभाग का स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया है.
हीरालाल नागर को ऊर्जा विभाग का स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया
ओटाराम देवासी को पंचायत राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन सहायता और नागरिक सुरक्षा विभाग का राज्य मंत्री बनाया
मंजू बाघमार को पीडब्ल्यूडी, महिला बाल विकास और बाल अधिकारिता विभाग का राज्य मंत्री बनाया
विजय सिंह को राजस्व विभाग, उपनिवेशन विभाग, सैनिक कल्याण विभाग का राज्य मंत्री बनाया।
केके विश्नोई को उद्योग, वाणिज्य युवा मामले और खेल विभाग, कौशल नियोजन, उद्यमिता विभाग, नीति निर्धारण विभाग का राज्य मंत्री बनाया। जवाहर सिंह बेडम को गृह, गोपालन, पशुपालन, डेयरी विभाग और मत्स्य विभाग का राज्य मंत्री बनाया
बाकी बचे बिना बांटे गए सभी विभाग मुख्यमंत्री खुद देखेंगे
विदित है कि राजस्थान में मंत्रिपरिषद का बहुप्रतीक्षित विस्तार पिछले 31 दिसबंर शनिवार को हुआ जब 12 कैबिनेट व 10 राज्य मंत्री बनाए गए। इनमें पांच राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। इससे पहले शर्मा ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ नवनिर्वाचित विधायक दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था.