वनस्थली की पंचमुखी शिक्षा पद्धति राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 का आधार – ओम बिरला

Sameer Ur Rehman
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Tonk News। देश की लोकसभा के अध्यक्ष  ओम बिरला ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को हासिल करने में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी। शिक्षा मनुष्य के जीवन में सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक बदलाव लाती है। किसी भी देश की तरक्की में शिक्षा का सबसे बड़ा योगदान होता है।

मुख्य अतिथि  बिरला ने मंगलवार को टांेक जिले के निवाई कस्बे में स्थित वनस्थली विद्यापीठ के 88वें वार्षिकोत्सव समारोह में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है।

सेना, अंतरिक्ष, कृषि, विज्ञान, सरकारी सेवा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक, डाटा साइंस में महिलाएं आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि वनस्थली विद्यापीठ की छात्राओं के अद्भूत क्षमताओं को देखकर लगता है कि भविष्य में शत प्रतिशत महिलाएं राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी। वनस्थली विद्यापीठ एक लघु भारत है। यहां विभिन्न राज्यों से आई हुई बालिकाएं पंचमुखी शिक्षा प्राप्त कर रही है। जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति का आधार है।

बिरला ने कहा कि विश्व के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में भारतीय संस्कृति का प्रतिरूप दिखाई देता है। यहां के संस्थापकों के त्याग और बलिदान से ही एक छोटे पौधे के रूप में वर्ष 1935 से शुरू होकर आज 18 हजार से ज्यादा छात्राओं का विश्वविद्यालय बन चुका है।

विद्यापीठ में गुरुकुल पद्धति से प्रारंभिक शिक्षा से लेकर आधुनिक शिक्षा का बेहतर समावेश देखने को मिलता है। विश्वविद्यालय में तकनीकी, प्रबंधन, विधि, विज्ञान की शिक्षा के हर आयाम में भारतीय और पाश्चात्य शिक्षा का अभूतपूर्व मिश्रण है।

लोकसभा अध्यक्ष  बिरला ने कहा कि वनस्थली महिला युवा संसद के प्रश्नकाल में शामिल होकर महिला युवा संसद के पक्ष और विपक्ष के प्रदर्शन को देखकर लगता है कि भविष्य में भारत के संसद में वनस्थली की बेटिया नेतृत्व करंेगी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई एवं सामाजिक कुरूतियों को मिटाने में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।

उन्होंने विद्यापीठ के निदेशक डॉ. अंशुमान शास्त्री से कहा कि विद्यापीठ की बालिकाओं के माध्यम से वनस्थली के आसपास के गांवों में निरक्षर एवं कम पढ़ी लिखी महिलाओं को शिक्षित करने की मुहिम चलाई जाएं।

लोकसभा अध्यक्ष ने वनस्थली विद्यापीठ परिसर का किया अवलोकन

लोकसभा अध्यक्ष  ओम बिरला के वनस्थली विद्यापीठ पहुंचने पर वनस्थली सेवादल के बैंड द्वारा सलामी देने के बाद छात्राओं द्वारा पारम्परिक शैली में सूत की माला पहनाकर एवं स्वागत गान के साथ उनका अभिनंदन किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ने श्री शांता बाई शिक्षा कुटीर व संस्थापकों के मूल निवास स्थान गांधीघर का अवलोकन किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. ईना आदित्य शास्त्री ने उन्हें इस स्थान की महत्ता के बारे में बताया।

श्री बिरला ने परेड ग्राउंड में वनस्थली सेवा दल एवं एनसीसी कैडेट छात्राओं की सेरेमोनिएल परेड का अवलोकन किया। वीरबाला मैदान में छात्राओं के घुड़सवारी कौशल देखने के बाद मारुत मैदान में उन्होंने फ्लाईंग क्लब का परिदर्शन किया।

स्कूल ऑफ ऑटोमेशन एवं सेंटर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि प्रमुख अकादमिक विभागों की गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने स्कूल ऑफ ऑटोमेशन के सभागार में आयोजित ‘महिला युवा संसद’ के प्रश्नकाल में शिरकत की।

इसके बाद सुर मंदिर सभागार में संगीत एवं नृत्य विभाग की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत शास्त्रीय एवं राजस्थानी लोक नृत्य देखकर अभिभूत हुए। वनस्थली विद्यापीठ के अध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री के उद्बोधन के पश्चात् कार्यक्रम के अंत में वनस्थली सेंटर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निदेशक डॉ. अंशुमान शास्त्री ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

इस अवसर पर जिला प्रमुख सरोज बंसल, निवाई-पीपलू विधायक रामसहाय वर्मा, जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा, पुलिस अधीक्षक संजीव नैन, एडीएम मालपुरा अशोक त्यागी, एएसपी आदर्श चौधरी, उपखंड अधिकारी निवाई समंदर सिंह भाटी, तहसीलदार अजीत बुंदेला भी मौजूद रहे।

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