भीलवाड़ा जिला परिषद में किया गबन व फर्जीवाड़ा अब शिक्षा विभाग में कंप्यूटर अनुदेशक

अधिकारियों ने अभी तक नहीं की कानूनी कार्यवाही और गबन की राशि वसूली के प्रयास

Dr. CHETAN THATHERA
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भीलवाड़ा / चेतन ठठेरा ।सरकारी नौकरी में फर्जीवाड़ा करने और गबन करने भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का डिडोरा पीटने वाली नई भाजपा की सरकार केवल ढिंढोरा पीट रही है।

लेकिन धरातल पर इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है भीलवाड़ा जिला परिषद में संविदा पर लगी कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर अंजली पांडेय द्वारा सरकारी राशि का गबन कर तथा फर्जीवाड़ा करने के बाद भी अधिकारियों द्वारा उसके खिलाफ अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई और न ही गबन की राशि वसूली के प्रयास किए गए। उल्टे आरोपी अंजली पांडेय ने शिक्षा विभाग में कंप्यूटर अनुदेशक के पद पर नौकरी हासिल कर पदस्थापित भी हो गई है ।

अंजली कुमारी पुत्री सावंरमल पांडेय निवासी 7 सी-17 आरसी व्यास कालोनी भीलवाड़ा जिला परिषद भीलवाड़ा में संविदा कर्मी के रूप में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्य करते हुए उसने सरकार की योजनाओं में गबन करते हुए अधिकारियों की एसएसओ आईडी से अपने परिचितों पर खातों में लाखों रुपए की राशि स्थानांतरित करते हुए गबन किया।

यही नहीं उसने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र और दस्तावेज भी लगाए इस संबंध में हमने फरवरी के दूसरे सप्ताह मे ही संविदा कार्मिक डाटा एंट्री ऑपरेटर अंजलि ने जिला परिषद में किया लाखों का गबन शीर्षक से विस्तृत समाचार प्रकाशित किया था लेकिन आज तक भी अंजलि के खिलाफ सरकार और प्रशासन की तरफ से गबन को लेकर न ही जांच पूरी की गई और नहीं पुलिस में प्राथमिक की दर्ज कराई गई है ।

संविदा कर्मी डाटा कंप्यूटर ऑपरेटर अंजलि ने सरकारी राशि का ही गबन नहीं किया बल्कि फर्जी तरीके से अनुभव प्रमाण पत्र भी जारी करवा लिया जिसे बाद में अधिकारियों ने संज्ञान में आते ही निरस्त किया।

उधर अंजलि ने गबन की भनक लगने और जांच व शिकायत होने की भनक लगते ही संविदा कार्मिक के पद से इस्तीफा दे दिया और शिक्षा विभाग में निकली कंप्यूटर अनुदेशकों की भर्ती परीक्षा में भाग लेकर चयनित होकर वर्तमान में वह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नगराना हनुमानगढ़ में कंप्यूटर अनुदेशक के पद पर बेधड़क होकर नौकरी कर रही है।

आश्चर्य की बात है अगर सरकार और जिला प्रशासन द्वारा अंजलि के खिलाफ पहले ही प्राथमिक की दर्ज कर दी जाती और जांच कर ली जाती तो शायद आज वह शिक्षा विभाग में कंप्यूटर अनुदेशक के पद पर पद स्थापित शायद नहीं हो पाती ? और जिला परिषद में संविदा कर्मी रहते हुए अंजलि ने इस तरह का हथकंडा अपनाया क्या वह शिक्षा विभाग में भी फर्जीवाड़ा करने से बचेगी ?

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम