भीलवाड़ा । भीलवाड़ा शहर नगर परिषद के उपसभापति और कपड़ा व्यवसाय को मुख्यमंत्री के का के नाम से बड़े टेंडर दिलाने का झांसा देकर करीब 1 करोड रुपए से अधिक की धोखाधड़ी करने का एक मामला सामने आया है ।
नगर परिषद के उपसभापति और कपड़ा व्यवसाय तथा योगी इंटेक्स के मलिक रामलाल योगी ने पुलिस अधीक्षक के माध्यम से प्रताप नगर थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि उसके कपड़े का व्यवसाय है सरकारी और निजी स्कूलों में स्कूल यूनिफॉर्म की आपूर्ति और स्कूल यूनिफॉर्म एक्सपोर्ट का कार्य करते हैं ।
इसी सिलसिले में पिछले साल 2003 में उसके परिचित अनूप जोगी निवासी हिसार हरियाणा दीवान सिंह यादव निवासी रेवाड़ी हरियाणा तथा रवि कटारिया निवासी गाजियाबाद मेरठ उत्तर प्रदेश ने महेश माहरिया निवासी देहरादून एवं सौरभ शर्मा उर्फ सौरव वत्स निवासी पाम सिटी पटेल नगर में अंबाला रोड सहारनपुर उत्तर प्रदेश को लेकर आए ।
उनसे परिचय कराया परिचय के बाद महेश तथा सौरभ शर्मा ने योगी को बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के का प्रकाश चंद उपाध्याय उनके परिचित और निकटतम है और वह उनके माध्यम से उत्तराखंड प्रदेश में सरकारी स्कूलों की यूनिफॉर्म और अन्य टेंडर का बड़ा कार्य दिलवा सकते हैं इनके मार्च तक टेंडर होंगे योगी ने रिपोर्ट में बताएं कि उनका विश्वास हो जाए।
इसके लिए महेश और सौरभ ने टेलीफोन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का प्रकाश चंद्र उपाध्याय से बात कराई तो उसने भी कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के 13 जिलों के सरकारी स्कूलों में लड़कियों और लड़कों की स्कूल यूनिफॉर्म का टेंडर होगा जो करीब 45 करोड रुपए का होगा इसके वर्क आर्डर सरकार की ओर से आपकी फॉर्म को दिलवा देंगे ।
विश्वास होने पर महेश और सौरभ ने उनसे उनके फार्म की कागज और 39 लाख रूपए नकद की मांग की दोनों पर विश्वास करके उनको दस्तावेज और 39 लख रुपए दे दिए दोनों ने बाद में उसे देहरादून बुलाया इस पर वह 28 मार्च 2023 को देहरादून गए वहां पर महेश और सौरभ शर्मा दोनों ही उसे मिले ।
उन्होंने मुख्यमंत्री के का प्रकाश चंद उपाध्याय से मुलाकात करने के लिए सचिवालय ले गए और सचिवालय में का उपाध्याय से बातचीत के पूरे उत्तराखंड राज्य में सरकारी स्कूलों में यूनिफार्म उपलब्ध कराने का एक प्रार्थना पत्र लेकर का उपाध्याय को प्रस्तुत किया जिस पर प्रिया उपाध्याय ने नोटिंग करते हुए आगे भेज दिया तथा महेश और सौरभ ने दस्तावेज और टेंडर अनुबंध पर हस्ताक्षर करवाए और जल्दी ही निविदा कर कर क आदेश दिलाने का विश्वास दिलाया रिपोर्ट में बताएं ।
उसे पूरा विश्वास हो जगाया तब महेश और सौरभ ने उसे बताया कि अलग-अलग फार्मो को लाइट आपूर्ति व कॉविड किट आपूर्ति केवी टेंडर आपको दिला देंगे और इसके बदले भी कागज और 75 लख रुपए बट और एडवांस लिए लेकिन 1 साल भी जाने के बाद भी आज तक उनके फार्म को किसी प्रकार का कोई टेंडर नहीं मिला और जब उन्होंने महेश और सौरभ शर्मा के फोन पर बात करने का प्रयास किया लेकिन उनके मोबाइल फोन लगातार बंद है उन्होंने अपने स्तर पर प्रारंभिक जांच की तो पता चला कि दोनों ने कई लोगों को इसी तरह ठग रखा है । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।