जयपुर । राजस्थान की सभी सरकारी स्कूलों में सार्थक के विद्यार्थियों को बाल गोपाल योजना के तहत दिए जाने वाले दूध को लेकर अगले नए शैक्षणिक क्षेत्र से पाउडर के स्थान पर गाय का दूध मिलेगा सोशल मीडिया पर पर वायरल हो रहे आदेश और खबर को मिड डे मील आयुक्त ने ब्राह्मण और गलत बताया है।
आयुक्त मिड डे मील विश्वमोहन शर्मा ने बताया है कि विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को गाय का प्राकृतिक दूध उपलब्ध कराने के कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के स्तर से भी ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है और न ही कोई पत्र भेजा गया है।
आयुक्त ने बताया कि अतिरिक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर अशोक असीजा के द्वारा 05 मार्च 2024 को एक पत्र आयुक्त राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् को आवश्यक कार्यवाही के लिए लिखा गया है।
उन्होंने बताया कि उक्त पत्र में राज्य के समस्त विद्यालयों में साफ़ -सुथरे शौचालय मय जल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए लिखा गया था। उक्त पत्र में विद्यालयों में छात्र -छात्राओं को गाय का प्राकृतिक दूध उपलब्ध कराने के कोई निर्देश नहीं दिए गए थे। मिड डे मील कार्यालय, जयपुर से विद्यालयों में विद्यार्थियों को गाय का प्राकृतिक दूध उपलब्ध कराने के कोई निर्देश नहीं दिए गए थे। राज्य सरकार के स्तर से भी ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है और न ही कोई पत्र भेजा गया है।
विदित है की पूर्व वसुंधरा राज्य सरकार के दौरान विद्यार्थियों को रोजाना डेयरी से प्रति विद्यार्थी के हिसाब से दिया जाता है लेकिन कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने इस व्यवस्था को बंद कर स्कूलो मे दूध पाउडर के पैकेट के माध्यम से दूध उपलब्ध कराने की योजना शुरू की थी और स्कूलों में वर्तमान में दूध पैकेट की आपूर्ति भी पर्याप्त मात्रा में की जा चुकी है