भीलवाड़ा की बेटी कृति और बेटे दिव्य ने का अनोखा नवाचार,देश के लाखों बच्चों को बचाएगा मौत से

Dr. CHETAN THATHERA
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भीलवाड़ा। देश में हर साल टीकाकरण के अभाव की जानकारी और परिजनों की भूल के कारण 10 करोड़ बच्चे इसका शिकार होते हैं और करीब हर साल 20 लाख बच्चों की मौत होती है इन मासूम बच्चों को टीकाकरण नहीं होने के कारण होने वाली बीमारियों और परिजनों को समय पर जागृत करने का बीड़ा भीलवाड़ा की बेटी और बेटे ने उठाया और उन्हें ऐसा नवाचार किया है जिससे देश के करोड़ मासूम बच्चों की जान बच सकेगी ।

भीलवाड़ा के रामसनेही अस्पताल में प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर सुरेश भदादा की पुत्री कृति भदादा जागेटिया ने सीए(CA) करने के बाद आईआईएम(IIM) लखनऊ से एमबीए(MBA) किया है । दिव्या जागेटिया पेशे से इंजीनियर हैआईआईएम(IIM)बैंगलोर से स्टार्टअप की पढाई की और (HEC Paris) से फाइनेंस की पढाई की दिव्या भीलवाड़ा में काशीपुरी में रहने वाले दिनेश जागेटिया के सुपुत्र और प्रति बताता कि पति है। इन दोनों पति-पत्नी ने मिलकर एक ऐसा ऐप तैयार किया है जिसका नाम इन्होंने बेबी कवच अप रखा है दिव्या कृतिका लक्ष्य और सपना है कि भारत के 10 करोड़ बच्चों के रूप में भारत का भविष्य सुरक्षित रहे और उनको कैसे बीमारी से बचाए जा सके उन्होंने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे कवच कैसे काम करेगा और कैसे उसे आमजन उपयोग में ले सकते हैं तो आईए जानते हैं बच्चे कोच के बारे में जानकारी ।

ऐप के बारे में जानकारी-

BabyKavach बच्चों का ‘health app’ है ।

ये आभिभावकों को बच्चो के टीकाकरण की due date याद दिलाता है।

ऐप 3 बार whatsapp पर reminders भेजता है, 7 दिन पहले, 3 दिन पहले और due date पर

टीका लगाने की तारीख़ याद दिलाने के साथ साथ इसमें टीका लगने की वास्तविक तारीख़ और वैक्सीन कंपनी का नाम भी सेव कर सकते है ।

यही नहीं इसमें बच्चे की growth ( हाइट और वेट) और चिकित्सक की prescription और टेस्ट की रिपोर्ट्स भी एक ही जगह सुरक्षित रख सकते है ।

आप भी इस ऐप का use( उपयोग) करके अपने बच्चे का स्वास्थ्य सुरक्षित करें ।

ऐप कैसे इस्तेमाल करे

यह ऐप सभी के लिए पूर्णतः निःशुल्क है।

BabyKavach को उपयोग करने के लिए QR कोड स्कैन करे।

1. BabyKavach में अपने गूगल अकाउंट से लॉगिन करे।

2. Whatsapp नंबर डाले ।

3. Whatsapp पर आया OTP डाले।

 

अब BabyKavach आपको सभी वैक्सिन लगने की तारीख़ आपके whatsapp पर समय पर याद दिलाता रहेगा।

वैक्सीन रिमाइंडर ऐप की जरूरत

विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैश्विक टीकाकरण विजन और रणनीति (जीआईवीएस) 2006-2015 के अनुसार, भारत में हर साल 5 वर्ष से कम उम्र के 20 लाख से अधिक बच्चों की मृत्यु हो जाती है और लगभग 10 लाख बच्चों को जीवन भर के लिए विकलांगता का सामना करना पड़ता है।

किन बीमारियों से होती बच्चो की मौत कैसे .

यूनिसेफ के अनुसार, अधिकांश बच्चों की मृत्यु एक्यूट रेस्पिरेटरी संक्रमण, दस्त, मिसल्स, मलेरिया और कुपोषण के कारण होती है। यदि बच्चे को समय पर, नियमित और उचित टीकाकरण दिया जाए तो इन मौतों में से अधिकांश पर रोक लगाई जा सकती है। सीमित चिकित्सा सुविधाओं, जागरूकता की कमी और व्यस्त जीवन के कारण, कईं परिवार महत्वपूर्ण टीकाकरणों को भूल जाते हैं जिन्हें बच्चे को सही उम्र में दिया जाना चाहिए, जिससे बच्चा बाद में जीवनघातक बीमारियों की चपेट में आ जाता है।

भारत मे 10 करोड बच्चो मे.

भारत में नियमित टीकाकरण, 1-5 वर्ष की आयु के 10 करोड़ बच्चों में डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टिटनेस, पोलियो, क्षय रोग, खसरा, हेपेटाइटिस-बी, जापानी इंसेफेलाइटिस (आमतौर पर दिमागी बुखार के रूप में जाना जाता है), मेनिनजाइटिस, हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप-बी और निमोनिया के कारण होने वाले वैक्सीन प्रिवेंटेबल डिजीज (वीपीडी) से सुरक्षा प्रदान करता है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम