दिल्ली / छाया शर्मा । पूरे देश में चैत्र नवरात्रि की तैयारियां अंतिम दौर में है। धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि के 7 दिनों में मां जगत जननी जगदंबा धरती पर आकर अपने भक्तों के बीच में रहती है।ज्योतिषाचार्य पं.नीरज शर्मा बताते है कि सनातन धर्म में वैसे तो चार नवरात्रि मनाई जाती है, जिनमें से दो गुप्त नवरात्रि होती हैं और एक शारदीय तथा एक चैत्र नवरात्रि होती है। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस बार 9 अप्रैल से हो रही है, जो कि 17 अप्रैल तक चलेगी।हालांकि, इस बार की नवरात्रि पर खरमास का साया है। गौरतलब है कि खरमास का समापन 13 अप्रैल की रात में होगा।
हिंदू पंचांग के मुताबिक प्रत्येक वर्ष चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है और इसी दिन से हिंदू नव वर्ष भी प्रारंभ होता है। चैत्र शुक्ल नवमी को नवरात्रि का समापन होता है।इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो रहा है और 17 अप्रैल को समाप्त होगा।
ऐसी स्थिति में हर कोई यह चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा का जानना चाहता है कि इस बार की नवरात्रि में माता रानी की सवारी क्या होगी और प्रस्थान की सवारी क्या होगी। इस सवारी का देश दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र शर्मा बताते हैं कि मां दुर्गा का घोड़े पर सवार होकर आने का संकेत साफ जाहिर करता है कि देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टी में इस समय जो उथल-पुथल है वह सत्ता में बड़े बदलाव का संकेत है। जिसके तहत साफ देखा जा सकता है कि एक समय में देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस इस समय अपने ही लोगों के दल- बदल के कारण धरातल पर गिरती जा रही है। वही, चार दशक पहले सत्ता में बीजेपी के नाम से आई पार्टी इस वक्त देश की सबसे बड़ी पार्टी का परचम लहरा रही है।
ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र शर्मा बताते हैं कि मां दुर्गा का नवरात्र पर्व में हाथी पर सवार होकर जाने का संकेत यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारी बहुमत से सत्ता में वापसी करेंगे और आगामी 5 सालों में देश दुनिया में भारत का प्रथम लहराते हुए विश्व में तीसरी शक्ति के रूप में उभरेंगे।वही, ये साल वर्षा के लिए भी शुभ है। बहुत अच्छी बारिश के साथ व्यापार भी बढ़ेगा।
हाथी पर होगा मां दुर्गा का प्रस्थान..
ज्योतिषाचार्य पं.डॉ.अमित शर्मा बताते हैं कि इस वर्ष चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से शुरू हो रही है जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा। इस बार चैत्र नवरात्र में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी।
धर्म शास्त्रों के मुताबिक जब नवरात्रि की शुरुआत शनिवार या मंगलवार को होता है तो माता की सवारी घोड़ा होता है। घोड़े पर सवार होकर आना शुभ संकेत नहीं माना जाता है।

इसके अलावा 17 अप्रैल यानि बुधवार को नवरात्रि का समापन होगा और माता रानी हाथी पर प्रस्थान करेंगी। माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत माना जाता है।
देश-दुनिया में युद्ध का खतरा
ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र शर्मा बताते हैं कि शास्त्रों के अनुसार अगर नवरात्र में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं, तो इसे शुभ नहीं माना जाता है। मां दुर्गा के इस वाहन से यह संकेत मिलते हैं कि आने वाले वक्त में सत्ता में कुछ बड़े बदलाव होने वाला है। साथ ही देश-दुनिया में युद्ध का खतरा बढ़ सकता है।
ऐसा कहा जाता है कि मां दुर्गा के घोड़े पर सवार होकर आने से प्राकृतिक आपदा की आशंका प्रबल हो सकती है।
अच्छी बारिश के संकेत
ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र शर्मा बताते हैं कि नवरात्रि 17 अप्रैल, बुधवार को समाप्त हो रही हैं।नवरात्रि का समापन बुधवार को होने पर माता के प्रस्थान की सवारी गज या हाथी होती है। माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत होता है।
यह अच्छी बारिश, खुशहाली और तरक्की का संकेत होता है। किसानों को फसल में अच्छा मुनाफा होगा तो देश दुनिया पर इसका अच्छा असर देखने को मिल सकता है।
राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र शर्मा बताते हैं कि हिंदू नववर्ष पर गजकेसरी, बुधादित्य, हंस और शश राजयोग बन रहा है। जिससे मेष, वृष, मकर, तुला, धनु और कुंभ राशि के जातकों को ये नवदुर्गा शुभ साबित होंगी। इन राशयों के जातकों को कार्यस्थल पर प्रमोशन और इंक्रीमेंट के योग बनेंगे। साथ ही जो लोग व्यापारी हैं, उनको अच्छा धनलाभ हो सकता है। वहीं मिथुन, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मीन और सिंह राशि वालों के लिए मध्यम फलकारी रहेंगी।