जयपुर। कहावत है घर का भेदी लंका ढाए और इसी कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा सत्ता जाने के साथ ही लोकेश शर्मा एक के बाद एक लगातार अपने ही आकर गहलोत को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं और अब इसी कड़ी में चर्चित फोन टेंपिंग मामले में शर्मा ने महत्वपूर्ण राज खोलते हुए जहां एक तरफ अपना बचाव किया है।
वहीं दूसरी ओर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ा दी है इसे यूं कहे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी कि फोन टैपिंग का सांप अपने गले से उतर कर अपने आका पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गले में डाल दिया है।

अशोक गहलोत के सत्ता में रहते हुए उनके ओएसडी लोकेश शर्मा ने जमकर मजे लिए और जब चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला और चुनाव के बाद सरकार सत्ता से बाहर हो गई उसके बाद लोकेश शर्मा अपने ही आकर लोग अशोक गहलोत पर हमलावर मुद्रा में आ गए और प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर गहलोत की पोल खोलने लगे अब इसी कड़ी में उन्होंने राजस्थान में 2020 में गहलोत की सरकार गिरने के फोन टैपिंग चर्चित मामले में बड़ा खुलासा किया है ओएसडी लोकेश शर्मा ने आज जयपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि“राजस्थान में सरकार गिराने के समय जो ऑडियो क्लिप वायरल हुई वो मुझे एक पेन ड्राइव में अशोक गहलोत ने दी थी”

लोकेश शर्मा का दावा कि राजस्थान में जो ऑडियो क्लिप कांड हुआ उसमें अशोक गहलोत ने मेरा इस्तेमाल किया, जिन्हें मैं राजनीतिक गुरु मनाता था उन्होंने मेरे साथ ऐसा किया. वहीं ऑडियो क्लिप मुझे भेजे जाने के बाद अशोक गहलोत ने कई बार मुझे फोन करके कंफर्म किया कि वो डिवाइस खत्म तो कर दिया ना ।
वहीं ऑडियो क्लिप वाला डिवाइस मैंने डिस्ट्रॉय किया या नहीं ये पता करने के लिए गहलोत ने मेरे घर पर SOG की रेड तक करवा दी। ओएसडी शर्मा ने कहा कि 16 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही होटल पैरामाउंट से मुझे उनके मुख्यमंत्री आवास पर बुलाकर पेन ड्राइव और ड्राफ्ट दिया था और कहा था कि मैं इसे मीडिया में वितरित करूं और मैं उनके आदेशों और अपना कर्तव्य को मानते हुए पेन ड्राइव से अपने लैपटॉप में उसे क्लिप को लेकर अपने मोबाइल में लेने के बाद सभी मीडिया को वह ऑडियो क्लिप और वह ड्राफ्ट सर्कुलेट किया था।