दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली के पर्यवेक्षक बनने के बाद सचिन पायलट ने क्षेत्र के अलग अलग स्थानों पर चुनावी सभाएं एवं सामाजिक बैठकों को संबोधित किया। ज़िम्मेदारी मिलने के तुरंत बाद उन्होंने राजस्थान के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं तथा सीनियर नेताओं को विधान सभा वार तथा वार्ड वार जिम्मेदारी दी और अपने सेंट्रल ऑफिस से मॉनिटरिंग करवाई।
विधान सभा वार तिमारपुर में 2 बार के विधायक मुकेश भाकर, करावल नगर में 2 बार के विधायक रामनिवास गावड़िया, मुस्तफाबाद में 2 बार के विधायक आमीन कागज़ी, रोहतास नगर में विधायक विनोद गोथवाल, गोकलपुर में पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल, सीमापुरी में पूर्व विधायक वेद प्रकाश सोलंकी, घोंडा में पूर्व मंत्री (दर्जा प्राप्त) महेश शर्मा, बुरारी में PCC महासचिव गिरीश पारीख, सीलमपुर में PCC अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष आबिद कागज़ी, और बाबरपुर में PCC अल्पसंख्यक विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष इमरान कुरेशी को ज़िम्मेदारी दी।
सामाजिक बैठक, नुक्कड़ सभा, और डोर टू डोर प्रचार के लिए अलग अलग टीमें बनाई
इनके अलावा क्षेत्र वार तथा सामाजिक बैठकें लेने के लिए पूर्व विधायक राकेश पारीख, पूर्व जिला अध्यक्ष और अजमेर उत्तर विधान सभा प्रत्याशी महेंद्र सिंह रलावता, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर, पूर्व PCC सचिव एवं बेयावर विधान सभा प्रत्याशी पारस जैन, जयपुर ग्रामीण के लोक सभा प्रत्याशी अनिल चोपड़ा, अखिलेश अत्री, महेंद्र सिंह खेड़ी, विशाल मीणा, आज़ाद सिंह, नरपत पन्नू, सरजीत खटाना, गजेंद्र सिंह सांखला, संजय शुक्ला, उम्रदराज, धर्म सिंह सिंघानिया, अरुण व्यास, अवधेश शर्मा, रियाजत अली, भूपेंद्र सिंह आलोरिया, सदिक चौहान, जुगल हटीला, लाईक अहमद, मोहम्मद अयूब, शकील उर रहमान, शोएब रंगरेज़, मसूद टीपू, ओमप्रकाश जिंदड, बबलू सोलंकी, मकसूद सगीर, फिरोज़ खान, सुरेश फौजी, गुलफाम खान, दुर्गा सिंह राठौड़ को सचिन पायलट ने पूरे लोक सभा क्षेत्र में प्रचार के लिए प्रतिनियुक्त किया। लगभग 15 और लोगों को वार्ड वार डोर टू डोर प्रचार आयोजित कराने की जिम्मेदारी दी।