टोंक । थाना कोतवाली क्षैत्र में पुलिस ने लूट की सनसनीखेज वारदात का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पिस्टल व लूटे हुए 17 लाख 19 हजार रूपये बरामद किये है तथा घटना का मुख्य सूत्रधार भान्जा ही निकला।
पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया की 5 मई को थाना कोतवाली में करीबन रात्रि 11 बजे सूचना मिली कि सूर्यनगर, डाईट रोड़ टोंक पर अब्दुल हमीद के घर पर उसका नाबालिग पुत्र अकेला सो रहा था, तभी दो व्यक्ति घर में अन्दर घुस गये, उक्त मुल्जिमों द्वारा प्रार्थी के नाबालिग पुत्र की कनपटी पर पिस्टल लगा कर पुत्र के हाथ, पैर व मुँह को प्लास्टिक के टेप से बांधकर बंधक बनाकर घर में रखे 20 लाख 40 हजार रुपये नगद जो प्रार्थी ने भूमि को विक्रय कर प्राप्त किये थे, उक्त समस्त रुपये व जेवरात लूट कर ले गये, उक्त वारदात पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने टीम गठित
मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक संजीव नैन द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक टोंक श्रीमती सरिता सिंह, व राजेश विद्यार्थी, वृत्ताधिकारी वृत्त टोंक के सुपरविजन में थानाधिकारी कोतवाली भंवर लाल वैष्णव के नेतृत्व में जिला साईबर सैल से हैड कानि. राजेश गुर्जर व जिला विशेेष टीम का गठन किया गया, जिसमें उप-निरीक्षक अरविंद कुमार, हैड कानि. शरीफ मो., चन्द्रप्रकाश, खुशीराम, कानि. रूकमकेश, डालचन्द, ओमप्रकाश, रमेश, जिला विशेष टीम के उनि हरिमन, हैड कानि. ईकबाल, कानि. मंजूर, जीतराम, राकेश, सावर मल, गंगाराम, चालक शिवपाल द्वारा वारदात के खुलासे हेतु उपरोक्त तरीका वारदात के आधार पर पूर्व में चालानशुदा मुल्जिमों का डाटाबेस तैयार कर सभी से पूछताछ की गई। टीम द्वारा वारदात के घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण कर आस-पास के सीसीटीवी कैमरों का बारीकी से निरीक्षण कर प्राप्त आसूचना के आधार पर मुखबीर मामूर कर आसूचनाओं/तकनीकी सूचनाओं का संकलन किया गया।
ऐसे पकड़ा आरोपियों

पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि दौराने अनुसंधान साइबर सैल टीम को परिवादी अब्दुल हमीद का भान्जा आमीर मेव संदिग्ध प्रतीत हुआ, जिस पर बारीकी से नजर रखी गई, तो उसकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गई, जिस पर जिला साइबर सैल द्वारा आसूचना संकलन व तकनीकी संसाधनों के उपयोग से आमिर मैव के साथियों द्वारा उक्त घटना को कारित करना सामने आया। परिवादी अब्दुल हमीद का भान्जा होने के कारण आमिर मैव का घर में आना-जाना रहता था। आमिर मैव आदतन अपराधी होने के कारण अपने मामा के घर में पैसों सम्बन्धी सारी जानकारियॉं जुटाने लग गया। घटना से एक दिन पूर्व उसको पता लगा कि मामा ने जमीन का सौदा किया है, जिसके 19 लाख रूपये नगद घर में रखे हुए हैं।
भांजे ने जयपुर से बुलाया साथियों को
उक्त वारदात को अंजाम देने के लिए अपने साथी समीर नकवी को जयपुर से बुलाकर घर की रेकी करवाई। किसी को शक ना हो इसलिए स्वयं आमिर अपने मामा के परिवार के साथ अगले दिन शादी में शामिल होने के लिए चला गया तथा अपने साथियों को सूचना दे दी कि घर पर कोई नहीं है, केवल घर पर मामा का नाबालिग लडक़ा अकेला सो रहा है। उक्त सूचना पर समीर नकवी अपने साथी तौहिद के साथ जयपुर जलमहल से मोटर साईकिल से रवाना हुए व अपने तीसरे साथी मोहम्मद ताहिर को बस में बिठाकर टोंक छावनी चौराहे पर मिलने के लिए कहा। छावनी चौराहे पर तीनों अपराधी मोटर साईकिल पर बैठकर घटना कारित करने के लिए घटना स्थल पर पहुंच गये, समीर व तौहिद दीवार फांद कर घर के अन्दर प्रवेश कर गए व तीसरा साथी ताहिर मोटर साईकिल लेकर बाहर निगरानी करने लगा।
उक्त अपराधियों ने घर में घुसकर सो रहे नाबालिग के कनपटी पर पिस्टल लगाकर प्लास्टिक की टेप से हाथ-पैर व मुॅह को बांध दिया तथा घर में रखे हुऐ नगदी व जेवरात लूट कर घर से बाहर निकले तो तीसरा साथी मोटर साईकिल सहित नहीं मिला, तो थोड़ा सा आगे रोड़ पर एक अपाची मोटर साईकिल खड़ी हुई नजर आई, जिसे चोरी कर लेकर फरार हो गये, जिस पर मुकदमा दर्ज है। रास्ते में विवेकानन्द सर्किल के पास तीसरा साथी दिखाई दिया तो चुराई हुई अपाची मोटर साईकिल वही पर छोडक़र अपनी मोटर साईकिल से तीनों जयपुर के लिए फरार हो गये।
आरोपी आमिर मैव पुत्र वहीद मैव (26) साल निवासी बाड़ाजैर किला थाना सदर टोंक जिले का थाना सदर टोंक का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, जिस पर पूर्व से ही लूट, नकबजनी के आधा दर्जन से अधिक मुकदमें भिन्न-भिन्न थानों पर दर्ज है, समीर नकवी पुत्र अब्दुल सलाम (23) निवासी सादात मोहल्ला, मालपुरा हाल परसारामपुरी जलमहल जयपुर, मोहम्मद ताहिर पुत्र मोहम्मद जहीर (20) निवासी परसारामपुरी जलमहल जयपुर को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया जावेगा। आरोपियों से अनुसंधान व गहनता से पूछताछ जारी है, जिनसे और वारदातों के खुलने की पूर्ण संभावना है। शेष फरार मुल्जिम की तलाश जारी है।
विशेष योगदान में साईबर सेल के हैड कानि. राजेश गुर्जर, सुरेश चावला, कानि. राजेश शर्मा, कोतवाली के हेड कांस्टेबल शरीफ़ और कोतवाली पुलिस की रही। उक्त लूट की वारदात का खुलासा करने में हैड कानि. राजेश गुर्जर विशेष की सराहनीय भूमिका रही।