टोंक। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दिनेश कुमार जलुथरिया की अध्यक्षता में आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 13 जुलाई के सफल एवं प्रभावी आयोजन को लेकर गुरूवार को डोर स्टेप प्री-काउंसलिंग शिविरों के साथ नालसा मेगा विधिक सेवा शिविर कार्यक्रम का सफल आयोजन अग्रिशमन केन्द्र में आयोजित किया गया। सचिव द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
उन्होंने शिविर में उपस्थित जिले के निवासियों को संबोधित किया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एक ऐसी संस्था है, जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ जज होते हैं, वह नालसा के चेयरमैन होते हैं और विभिन्न राज्यों के अंदर इसकी इकाई होती है, जिसे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से जाना जाता है।
उन्होंने बताया कि हमारे देश की अदालतों में मुकदमों का बड़़ा अंबार लगा हुआ, जिसको निपटाने में बरसों लगेंगे तो इस प्रकार के मामले जो सिविल के सभी प्रकार के मामले होते हैं, आपस में मारपीट का मामला है, जिसमें कोई गंभीर चोटें नहीं आई हों, किराएदार-मकान मालिक के मामले हैं, जितने चोरी के मामले हैं तो इस प्रकार के छोटी प्रकृति के मामले हैं तो इस प्रकार के छोटे-मोटे मामलों की संख्या अत्यधिक है, जिनको राजीरामे के माध्यम से निस्तारण किया जा सकता है।
इससे अधिक से अधिक मुकदमों का अंत किया जा सकता है एवं पक्षकारों के त्वरित न्याय हेतु समय एवं धन की बचत की जा सकती है। इस प्रकार शिविर के माध्यम से आमजन को जागरूक करने का प्रयास किया गया। शिविर के माध्यम से टोंक जिले के निवासियों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित की जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
इसी के साथ सचिव द्वारा जनता को जागरूक करते हुए कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विषेष अभियान चलाया जा रहा है ’’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’। सचिव द्वारा कहा गया सिर्फ नारों से बेटियां नहीं बचेंगी लिंग जांच एवं भू्रण हत्या न करने दहेज के आदान-प्रदान न करने हेतु प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर आयुक्त ममता नागर उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के अंत में दिनेष कुमार जलुथरिया के करकमलों द्वारा राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से लाभांवितों को जिसमें समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से श्रवणयंत्र, श्रम विभाग से सहायता राशि वितरित की गई।