धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा, कैसे करते नाबालिगों का ब्रेन बाॅश और कैसे फंसाते,जाने

Dr. CHETAN THATHERA
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नई दिल्ली/ हिंदू नाबालिक बच्चों को ऑनलाइन वीडियो गेम के जरिए अपने जाल में फंसा कर उनका ब्रेनवाश कर धर्मांतरण कराने वाले 1 ग्रहों का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो जनों को गिरफ्तार किया है जिन से की जा रही पूछताछ और पुलिस की जांच पड़ताल में और भी चौंकाने वाला सच सामने आने की संभावना है।

विदित है कि पिछले दिनों गाजियाबाद में रहने वाले एक नाबालिक हिंदू लड़के को उसके परिजनों ने मुंबई से ऑनलाइन वीडियो गेम खरीद कर दिल आया था और इसके बाद से वीडियो गेम खेलने के दौरान ही इस गिरोह ने उस लड़के को इस ऑनलाइन वीडियो जेल के जरिए ही अपने जाल में फंसा ब्रेनवाश कर धर्मांतरण करने के लिए पूरी तरह से तैयार कर लिया था।

लेकिन लड़के की गतिविधियों को लेकर उसके परिजनों को शंका होने पर बच्चे के द्वारा मस्जिद में जाकर 5 टाइम नमाज़ पढ़ने का खुलासा करने पर परिजनों ने गाजियाबाद की कवि नगर थाने में एक मामला दर्ज कराया था ।

पुलिस ने इस दर्ज मामले में टीमें गठित कर और साहिबा टीम की मदद से कार्रवाई करते हुए धर्मांतरण करने वाले बड़े रैकेट का खुलासा करते हुए गाजियाबाद के सेक्टर 23 स्थित जामा मस्जिद में 15 सदस्य कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया है और उस से की गई पूछताछ में तारे तोड़ पहुंच ने बताया कि वह महाराष्ट्र में रहने वाले शाहनवाज मकसूद के साथ मिलकर नाबालिग लड़कों का धर्मांतरण कराता था और साथ में यह भी खुलासा किया कि यह लोग नाबालिगों का ब्रेनवाश करने के लिए भारत में प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर डॉक्टर जाकिर नायक और तारिक जमील की वीडियो दिखाया करते थे ।

आरोपी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी की गिरफ्तारी उसके पूछताछ के बाद उसके साथी महाराष्ट्र की शाहनवाज मकसूद की गिरफ्तारी के लिए एक टीम महाराष्ट्र भेजी गई थी। यह गिरोह कैसे नाबालिगों को फंसा कर आता था।

धर्मांतरण पुलिस के अनुसार इस गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों से की गई पूछताछ में सामने आया कि यह ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए नाबालिग यू बच्चों और किशोरों को वह लाकर धर्मांतरण का काला तेल खेल रहे थे धर्मांतरण कराने के लिए यह नाबालिगों को FORT NITE गेम ऐप पर ऑनलाइन गेम खिलाया जाता था गेम खेलने वालों में कुछ फर्जी लोग हुआ करते थे।

जो इन्हीं के गिरोह के मुस्लिम सदस्य होते थे जिनकी आईडी हिंदू नामों से होती थी ताकि किसी को शंका ना हो । यह गिरोह नाबालिगों को गेम में जीत हासिल करने के लिए उनसे कहते थे कि अगर जीतना है तो कुरान की आयत पढ़ो जो नाबालिग इनकी बातों में आ जाते ।

उनको यह लोग धीरे-धीरे आए थे पढ़ाना सिखाते कुरान और इस्लाम पर भरोसा करना सिखाते और उनकी इस बात पर उन बच्चों को विश्वास हो जाए इसके लिए मैं नाबालिगों को गेम में जीत भी दिला देते थे।

ताकि नाबालिक बच्चे इनकी बात पर भरोसा कर लो एक बार जब नाबालिक बच्चा इन पर विश्वास करने लगता तो फिर यह दूसरे चरण में diccord एप्पल नाबालिगों को पर्सनली अर्थात निजी सेटिंग की जाती थी और उन्हें पूरी तरह से अपने पक्ष में करने के बाद इस्लामिक नीतियों की जानकारी उनको दी जाती थी ।

जब नाबालिक लड़के पूरी तरह से इन लोगों के वश में हो जाते तो इसके बाद यह गिरोह नाबालिगों को प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर डॉक्टर जाकिर नायक और तारिक जमील के वीडियो दिखाए थे जिससे इनके अंदर इस्लाम की तरफ और झुका हो जाए और फिर यह लोग इस्लाम धर्म अपना लें और जब नाबालिक इस्लाम धर्म अपना लेता।

तब यह ग्रहों उनका एफिडेविट अर्थात शपथ पत्र भी बनवा दिया करते थे यह नाबालिक बच्चों को भरण पोषण खर्चे और रहने तक की गारंटी भी दिया करते थे । पुलिस संजय नगर में मौजूद जामा मस्जिद की कमेटी के अन्य सदस्यों के की भूमिका की भी जांच कराई है और इन दोनों के अलावा गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है ।

दोनों से पूछताछ चल रही है जिसमें यह बताएं लगाया जा रहा है कि इसके पीछे और किस-किस का हाथ है तथा इनको आर्थिक मदद भी कहां से मिल रही है नाबालिगों का धर्म परिवर्तन कराने के बाद यह उनका क्या करते ऐसे कई सवाल हैं जिनके बारे में पुलिस गहनता से जांच पड़ताल कर रही है।

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम