नई दिल्ली/ उत्तर प्रदेश में बाहुबली नेता अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ जो आतंक का पर्याय माने जाते थे इस आतंक का अंत आखिर कल रात को तीन युवकों ने पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में फर्जी मीडिया कर्मी बनकर 18 राउंड गोलियां चला कर मौके पर ही कर दिया।
इस आतंक का अंत करने के बाद युवकों ने स्वयं को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया इस घटना से वहां काफी अफरातफरी मच गई तथा इस फायरिंग में एक पुलिसकर्मी और एक मीडिया कर्मी के भी गायब होने की सूचना है।
मीडिया और पुलिस की मौजूदगी में हुआ यह दोहरा हत्याकांड कई सवाल खड़े कर गया है कि आखिर दोनों की हत्या क्यों की गई किसके कहने पर की गई के पीछे क्या मकसद था। इस घटना के बाद प्रयागराज में और उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट कर दिया गया है ।
प्रयागराज में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है जगह चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दीगई है और आला पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी ने नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं तथा इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है।
गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उस अशरफ पूरे उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय माने जाते थे और इस आतंक का अंत कल रात को उस समय हुआ जब पुलिस इन दोनों को मेडिकल चेक अप के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज लेकर आई थी और ले जा रही थी।
उसी समय वहां मौजूद हमलावरों ने मीडिया कर्मियों के साथ फर्जी मीडिया कर्मी बनकर घटना को अंजाम दिया जब मीडिया कर्मी अतीक और अशरफ से सवाल जवाब करने लगे तभी अचानक मीडिया कर्मी बनकर मीडिया कर्मियों के साथ मौजूद हमलावरों ने बहुत ही नजदीक से अतीक और अशरफ पर सीधी घेर कर उनको ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
हमलावरों ने अट्ठारह फायरिंग की इस फायरिंग में अतीक और अशरफ मौके पर ही ढेर हो गए इस घटना से वहां एकदम अफरा-तफरी मच गई और पहली बार देश में इस तरह डबल हत्याकांड का लाइव वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया इस फायरिंग में पुलिसकर्मी और एक मीडिया कर्मी भी घायल हो गए फायरिंग के बाद हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया ।
सूत्रों के अनुसार इस हत्याकांड में आरोपी तीनों युवकों को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया जिनकी पहचान लवलेश तिवारी निवासी बांदा अरुण मौर्य निवासी कासगंज और सनी निवासी हमीरपुर जनपद के रूप में की गई है।
पूछताछ में तीनों ने बताया कि वह बड़ा माफिया बनना चाहते थे और इसीलिए इस घटना को अंजाम दिया और अतीक अशरफ की हत्या के इरादे से ही है प्रयागराज आए थे और फर्जी मीडिया कर्मी बने हालांकि पुलिस अरे पूरी तरह से इनके बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है ।
क्योंकि तीनों के बयानों में विरोधाभास है इनसे भी जैनपुर उस्ताद जारी है पुलिस लाइन के पास से हथियार एक मोटरसाइकिल एक कैमरा एक माइक आईडी भीबरामद की है जो मोटरसाइकिल बरामद की गई थी ।
उसके नबंर UP70 M 7337 हीरो होंडा की पुरानी गाड़ी CD-100ss है और उक्त मोटरसाइकिल 1998 में नकद में खरीदी गई तथा उक्त मोटरसाइकिल कार स्टेशन सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से है कहां से लाई गई किसकी है इसकी जांच की जा रही है चाय नंबर फर्जी तो नहीं इसकी भी जांच की जाएगी ।
उधर इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने मध्य रात्रि को ही प्रदेश के आला पुलिस अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग बुलाई और स्पष्ट दिशा निर्देश देते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगाते वाइट अलर्ट कर दिया गया है तथा प्रयागराज में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।
यह हत्याकांड कई सवाल खड़े कर गया है कि कहीं किसी ने भेद खुलने के भय से हत्या करवाई या किसी को बचाने के उद्देश्य से हत्या करवाई उधर आई एस आई से संबंध सामने आने पर मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी को जाता और इसकी गहन जांच होती तो कई और के गिरेबान नप जाते ऐसे कई सवाल हैं ।
जिनके जवाब सरकार और पुलिस की जांच के बाद ही सामने आएंगे फिलहाल मुख्यमंत्री योगी के दिशा निर्देश पर विशेष विमान से प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी प्रयागराज पहुंच गए हैं तथा प्रयागराज के धूमनगंज थाना प्रभारी समेत 17 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है ।