टोंक। मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना उद्यमियों के लिए कारोबार की स्थापना और विस्तार की खातिर पूंजी मुहैया कराने में बड़ी मददगार साबित हो रही है। इस योजना के तहत टोंक के निवासी 34 वर्षीय तालिब को अपने उद्यम-फोर व्हीलर पार्ट्स ऐंड सर्विस के विस्तार के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा से 7 लाख रुपये का ऋण मिला है।
मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना
इसकी बदौलत ही आज उनके उद्यम का टर्नओवर सालाना 30 लाख रुपये है। उन्हें पिछले वित्त वर्ष में 3.5 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा होने का अनुमान है। वह इस योजना का लाभ लेने से पहले कार सर्विस की एक छोटी दुकान चलाते थे। मगर इससे इतनी कमाई नहीं हो रही थी, जिससे परिवार का आसानी से भरण-पोषण किया जा सके।
तालिब ने अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए टोंक के जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र से संपर्क किया। उन्हें केंद्र में राजस्थान सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना के बारे में जानकारी दी गई। तालिब ने योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया।
वह कहते हैं
वह कहते हैं, ’’मैं बैंक से ऋण लेकर अपने कारोबार का विस्तार कर अच्छा लाभ अर्जित कर रहा हूं। साथ ही 4 लोगों को रोजगार भी प्रदान कर रहा हूं।’’ वह कहते हैं कि पहले वह केवल वाहनों की सर्विस का ही काम करते थे, लेकिन अब सर्विस के साथ ही वाहनों के पार्ट्स भी बेच रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है।
उन्होंने कहा, ’’मैं इस योजना के लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन और जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र को धन्यवाद देता हूं।’’
दिसंबर 2019 से लागू योजना का उद्देश्य उद्यमों की आसानी से स्थापना और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हुए वित्तीय संस्थान के माध्यम से ब्याज अनुदान युक्त ऋण उपलब्ध कराना है।
प्रदेश में नए उद्यमों की स्थापना और पूर्व स्थापित उद्यमों के विस्तार/विविधीकरण/आधुनिकीकरण हेतु वित्तीय संस्थानों के माध्यम से 10 करोड़ रुपये तक के ऋण पर 5 से 8 फीसदी ब्याज अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। योजना के तहत व्यक्तिगत आवेदन के साथ ही संस्थागत आवेदक भी पात्र हैं।