Jahazpur News। कोल्हू में बैल की जगह ‘जुती’ बाइक की तस्वीर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर कस्बे की है। इस जुगाड़ से पांच किलो तिल का तेल निकालने का खर्च 50 रुपये का पेट्रोल लगता है।
आमतौर पर फसल जैसे तिली, सरसों आदि से तेल निकालने के लिए मशीनों का इस्तेमाल होता है। लेकिन यहां पर बाइक को कोल्हू का बैल बना दिया। उदयराम तेली घाणी(कोल्हू) में बैल जोतने के बजाय बाइक के जरिए तिली का तेल निकाल रहे हैं। उदयराम कोल्हू का काम करते हैं। वे मांडल मे रहते हैं। लेकिन इस समय कोल्हू के काम से जहाजपुर में हैं। उदयराम ने बताया कि कोरोना काल से पूर्व हम गुजरात, यूपी जाते थे। लेकिन लॉकडाउन लगने की वजह से यहाँ पर रोजगार करने आये हैं। अगर यह लोग डाउन नहीं होता तो पहले के जैसे हम लोग गुजरात यूपी में जाकर अपना रोजगार करते रहते। मांडल से गुजरात, यूपी तक बैल लाने में दिक्कत थी। इसलिए जिस बाइक से वे जाते उसी को कोल्हू में लगा दिया। और यहां भी हमने ऐसा ही किया है।
उदयराम तेली बताते हैं कि कोल्हू में बैल जोतने पर उसके लिए चारा-पानी आदि का इंतजाम करना पड़ता है। यह महंगा पड़ता था। बाइक से यह काम सस्ता पड़ रहा है। कोल्हू के काम मे ली गई बाइक की स्पीड कार्बोरेट के जरिये फिक्स कर दी है। इससे बाइक पर बैठकर गीयर बदलने की जरूरत नहीं पड़ती।