Jahazpur News। एक तरफ तो सरकार अपने दो साल पूरे होने पर तोहफे बांट रहीं हैं। वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार लम्बे समय से सर्वर डाउन होने का बहाना बनाकर सिलीकोसीस के मरीज़ों को ऑनलाइन आवेदन के लिए दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला नगरपालिका क्षेत्र के बिंध्याभाटा के रहने वाले मजदूर परमानंद लुहार का सामने आया। परमानंद खानों मे ड्रिल मशीन चला कर अपने परिवार का लालन पालन करता था। जो सिलिकोसिस बीमारी के चलते उदयपुर के सरकारी अस्पताल में इलाज ले रहा है। लगातार चार हफ्तों तक भीलवाड़ा चिकित्सालय मे ऑनलाइन आवेदन के लिए भटकने के बाद भी इसका आवेदन नहीं हो पाने की वजह से सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधा नहीं मिल पा रही है। बिना पंजीकरण व प्रमाण पत्र के पीड़ित का इलाज भी नहीं हो पा रहा है। जबकि सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
गौरतलब है कि सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना के तहत सिलिकोसिस पीड़ित होने पर 1 लाख रुपए कि आर्थिक सहायता दी जाती हैं। ओर मृत्यु होने पर 3 रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती हैं। लेकिन यह तब सम्भव है जब ऑनलाइन आवेदन किया हो।