टोंक। शहर में स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले छात्रावास महादेववाली में माली समाज का राजनैतिक सम्मेलन रविवार को होगा। इसमें माली समाज आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शक्ति प्रदर्शन करेगा।
इसमें पदाधिकारियों का कहना है कि जो पार्टी टिकट देगी माली समाज उसको वोट करेगा। इसके लिए उन्होंने टोंक जिले की 4 में से एक विधानसभा के लिए टिकट की मांग की है। कोई भी पार्टी किसी भी विधानसभा से टिकट देती है तो सम्पूर्ण समाज उसी पार्टी को वोट करेगा।
ऐसा नहीं होने पर माली समाज तीसरे मोर्चे को भी समर्थन दे सकता है। या फिर अपना प्रतिनिधि निर्दलीय के रूप में उतार सकता है। इसको लेकर मदरलैण्ड चिल्ड्रन एकेडमी में शुक्रवार को पत्रकार वार्ता आयोजित की गई।
पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए माली समाज के संरक्षक एवं राजनैतिक सम्मेलन के संयोजक कमलेश सिंगोदिया ने कहा कि रविवार को महात्मा ज्योतिबा फुले छात्रावास महादेववाली में माली समाज का राजनैतिक सम्मेलन आयोजित किया जाएग।
इसमें समाज की आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक जागरूकता को लेकर पंच-पटेल चर्चा करेंगे। इस सम्मेलन में 2023 में होने वाले प्रदेश के विधानसभा चुनाव में माली समाज को टोंक जिले में प्रतिनिधित्व को लेकर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जब टोंक जिले में पांच विधानसभा सीटें थी, तब उनियारा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने माली समाज के प्रभुलाल सैनी को टिकिट दिया था। इसके बाद टोंक जिले में किसी भी माली समाज के व्यक्ति को भाजपा या कांग्रेस ने कभी भी टिकिट नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि अब टोंक जिले में परिसीमन के बाद चार विधानसभा सीटें रह गई है, जिनमें से निवाई सुरक्षित सीट को छोडकऱ किसी भी एक विधानसभा का टिकिट माली समाज को दिया जाए। क्योंकि जिले की चारों सीटों में माली समाज के मतदाताओं का वर्चस्व है।
लोकसभा क्षेत्र में लगभग एक लाख माली मतदाता है। सिंगोदिया ने भाजपा एवं कांग्रेस पर आरोप लगाया कि दोनों ही राजनैतिक दलों ने हमेशा माली समाज की उपेक्षा की है। इसलिए यह राजनैतिक सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसमें दोनों ही दलों से मांग की जाएगी। जिले में माली समाज को विधानसभा में प्रतिनिधित्व दिया जाए। माली समाज ने पूर्व में भी सभ्य एवं विनम्र शब्दों से दोनों ही पार्टियों से मांग करती आ रही है।
माली समाज में नौकरशाही की कमी नहीं है। लेकिन पर्याप्त राजनैतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से समाज का पर्याप्त विकास नहीं हो पाया है।
माली समाज राजनैतिक दृष्टि से पीछे है, इसीलिए समाज के पंच-पटेलों ने तय किया कि समाज में राजनैतिक जागरूकता लाने के लिए राजनैतिक सम्मेलन किया जाए तथा माली समाज के मंच से भाजपा व कांग्रेस से मांंग की जाएगी।
टोंक में माली समाज को भाजपा का कोर वोट माना जाता है, जबकि टोड़ारायसिंह, उनियारा एवं निवाई में माली समाज कांग्रेस को वोट देता आया है। माली समाज के विरोध के चलते एक बार भाजपा के एक बड़े नेता टोंक से हार चुके है।
जिलाध्यक्ष कैलाश मोरी ने बताया कि रविवार को जिलास्तरीय इस राजनैतिक सम्मेलन के अवसर पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से महिलाएं कलश यात्रा लेकर सम्मेलन स्थल पर आएगी। जहां महादेववाली स्थित महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया जाएगा।
इस मौके पर जिला महामंत्री पार्षद राहुल सैनी, छोगालाल, भाजपा ओबीसी मोर्चा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सैनी उर्फ बबलू टैंकर, अजय सांखला, बालमुकुन्द सैनी, शंकर पीपलू, पीपलू तहसील अध्यक्ष कैलाश कच्छावा, प्रवक्ता विष्णु सैनी, मोहन बागड़ी, श्ंाकर धुवारियां, कमलेश सैनी आदि मौजूद रहे।