जयपुर/ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार के कार्यकाल के अंतिम साल में राजस्थान में लंबे समय से चली आ रही नए जिले बनाने की मांग को पूरी करने की घोषणा कर सकते हैं और प्रदेश में 7 नए जिले बनाने की कवायद हो सकती है ।
तथा 3 संभाग और बनाए जा सकते हैं इस तरह प्रदेश में जिलों की संख्या 33 से बढ़कर 40 पहुंच सकती है और संभाग 7 से बढ़कर 10 होने की संभावना ।
राज्य सरकार ने नए जिले बनाने के लिए सेवानिवृत्त आईएएस टाटा राम लुभाया के अध्यक्षता में जो हाई लेवल कमेटी गठित की थी इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है ।
सूत्रों के अनुसार कमेटी ने सरकार को ब्यावर बालोतरा भिवाड़ी नीमकाथाना कुचामन सिटी सुजानगढ़ और फलोदी को जिला बनाने की पेशकश की है तथा इसके साथ ही कमेटी ने शिकार बाड़मेर चित्तौड़गढ़ को भी संभाग मुख्यालय बनाने किसी फारिस की है और सरकार ने इसके अलावा कोटा में तीसरी पुलिस कमिश्नरेट बनाई जाएगी तथा कोटा को विकास प्राधिकरण भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस माह के अंत में पेश होने वाले इस सरकार के अंतिम बजट में इसकी घोषणा कर सकते हैं।
नये जिलों और तीन सम्भागों के गठन के बाद ऐसी होगी स्थिति
जयपुर सम्भाग : जयपुर सम्भाग में जिला जयपुर, दौसा, अलवर के साथ नये जिले भिवाङी को शामिल किया जायेगा।
सीकर सम्भाग:जयपुर सम्भाग से जिला सीकर, झुन्झुनू और बीकानेर सम्भाग से जिला चूरू को शामिल कर नये जिले नीम का थाना को मिलाकर शेखावाटी क्षैत्र में नये सम्भाग सीकर का गठन किया जायेगा।
बीकानेर सम्भाग:बीकानेर सम्भाग में बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ जिले यथावत रहेंगे और नये जिले सुजानगढ को शामिल किया जायेगा।
जोधपुर सम्भाग: जोधपुर सम्भाग में जिला जोधपुर और पाली यथावत रहेंगे। भौगोलिक स्थिति और समानता के कारण अजमेर सम्भाग से नागौर जिले को जोधपुर में शामिल किया जायेगा और नये जिले फलौदी को जोधपुर सम्भाग में शामिल किया जायेगा।
बाङमेर सम्भाग: जोधपुर सम्भाग से जिला बाङमेर, जैसलमेर और जालोर के साथ नये जिले बालोतरा को शामिल कर बाङमेर नया सम्भाग बनाया जायेगा।
अजमेर सम्भाग: अजमेर सम्भाग में अजमेर और टोंक जिलों के साथ नये जिले ब्यावर और कुचामन सिटी को शामिल किया जायेगा।
चितौङगढ सम्भाग: उदयपुर सम्भाग से चितौङगढ, प्रतापगढ तथा बांसवाङा जिला और अजमेर सम्भाग से भीलवाङा को मिलाकर चितौङगढ को नया सम्भाग मुख्यालय बनाया जायेगा।
उदयपुर सम्भाग: उदयपुर सम्भाग में उदयपुर, डूंगरपुर, राजसमन्द जिले रहेंगे और भौगोलिक स्थिति, दूरी को देखते हुए जोधपुर सम्भाग से सिरोही जिले को उदयपुर सम्भाग में शामिल किया जायेगा।
कोटा सम्भाग: कोटा सम्भाग यथावत रहेगा। इसमें पूर्व की भांति कोटा, बून्दी, झालावाङ और बारां जिले रहेंगे। लेकिन कोटा सम्भाग में प्रदेश की तीसरी पुलिस कमिश्नरेट बनाई जायेगी। सम्भाग मुख्यालय को विकास प्राधिकरण भी मिलेगा।
भरतपुर सम्भाग:भरतपुर सम्भाग भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर और करौली जिले के साथ यथावत रहेगा।