दुआओं और आर्थिक सहयोग से बच सकी जवान की जान
सागर बिश्नोई के लिए 30 जून को ब्लॉग लिखा था
नवीन वैष्णव,(पत्रकार), अजमेर
अजमेर के गंज थाने में कार्यरत पुलिस के जवान की तबियत में अब सुधार है। उसका ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया जाकर उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। यह सब कुछ आप सबकी दुआओं और किए गए आर्थिक सहयोग का ही परिणाम है। मैं सभी लोगों का तहे दिल से शुक्रगुजार हूं।
आज जैसे ही यह खबर मिली तो यूं लगा मानों मेरे #जन्मदिन_का_एक_उपहार सा मुझे मिला है। इस उपहार से बढ़कर कुछ ओर हो भी नहीं सकता। शनिवार को जन्मदिन के एक दिन पहले खुशखबरी मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण रही।
आप सभी की जानकारी में लाना चाहूंगा कि सागर बिश्नोई के लिए 30 जून को ब्लॉग लिखा था, उसके बाद से ही ना केवल अजमेर या राजस्थान बल्कि बाहर से भी लोगों ने आर्थिक मदद की। ऐसे लोगों ने बताए गए अकाउंट में रूपए भेजकर मुझे उसकी रिसीप्ट भी भेजी। कई लोगों ने पेटीएम भी किया।
कई थानाधिकारियों ने अपने पूरे स्टॉफ के साथ आर्थिक सहयोग की राशि एकत्रित की और इसे सागर के ईलाज के लिए प्रदान किया। कहने का मतलब यह है कि हर एक ने इस महाकुम्भ में दिल खोलकर आहूति दी। अब जल्द ही सागर स्वस्थ होकर हम सबके बीच लौटेगा और फिर पूरे जोश के साथ आमजन की सुरक्षा में मुस्तैद रहेगा।
गौरतलब है कि सागर को हेपेटाईटिस बी की बीमारी ने जकड़ लिया था और डॉक्टर्स ने लीवर ट्रांस्प्लांट की सलाह दी थी। सागर को दिल्ली के वसंत कुंज स्थित इंस्टिटयूट ऑफ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेज (आईएलबीएस) अस्पताल ले जाया गया और वहां उसका ऑपरेशन सफलतापूर्वक कर लिया गया।