जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा में कोर्ट मे न्यायिक मजिस्ट्रेट पर चप्पल फेकने की घटना के बाद अब मध्य प्रदेश मे भी इसी तरह की घटना घटित हुई है जहां न्यायिक मजिस्ट्रेट पर कोर्ट में मजिस्ट्रेट के फैसले से खफा होकर आरोपी ने फरियादत मजिस्ट्रेट पर जूते की माला फेंक दी गनीमती रही कि मजिस्ट्रेट के कोई चोट नहीं लगी लेकिन इस घटना से कोर्ट में हड़कंप मच गया ।
घटना इंदौर जिला न्यायालय के कोर्ट रूम नंबर 40 में उस वक्त बेहद हंगामाखेज स्थिति पैदा हो गई, जब जमीन संबंधी प्रकरण खारिज करते ही पक्षकार ने एडीजे विजय कुमार डांगी पर जूते की माला फेंक दी। जैसे ही जूते डायस पर गिरे, कोर्ट रूम में मौजूद वकीलों ने आरोपित को पकड़ लिया।
वकीलों ने पहले तो उसकी पिटाई की, फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इस दौरान कवरेज कर रहे मीडियाकर्मी भी मारपीट का शिकार हो गए। एमजी रोड थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली है।
आरोपित और उसका बेटा पहले से तय हंगामे की तैयारी करके आए थे। उनकी मंशा इस घटनाक्रम का वीडियो बनाकर उसे बहुप्रसारित करने की थी।
बताया जाता है की आजाद नगर स्थित कोहिनूर कालोनी मस्जिद के रास्ते को लेकर सलीम और शाहीद के बीच वर्ष 2012 से ही न्यायालय में प्रकरण चल रहा था। मंगलवार को यह प्रकरण फैसले के लिए नियत था। दोपहर बाद एडीजे डांगी ने जैसे ही प्रकरण खारिज किया, आरोपित सलीम गुस्से से खड़ा हुआ और जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि उसके साथ न्याय नहीं हुआ है।
न्यायाधीश डांगी ने उसे समझाया कि न्यायालय ने गुणदोष के आधार पर फैसला सुनाया है। तुम चाहो तो इसके खिलाफ हाई कोर्ट में अपील कर सकते हो। इस बीच सलीम ने गमछे में बांधकर लाए जूते की माला निकालकर जज की तरफ फेंक दी। जूते जैसे ही डायस (जज की टेबल) पर बैठे न्यायाधीश के सामने गिरे, वे हड़बड़ा गए।
सलीम के साथ आया उसका दिव्यांग बेटा रईस मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगा। वकीलों ने उसे ऐसा करते देखा तो उसे रोका। इस पर सलीम जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि मेरे साथ अन्याय हुआ है, मेरा बेटा इसका वीडियो बनाएगा। तुम उसे रोक नहीं सकते। हम इसे आगे भेजेंगे।
बुजुर्ग गमछे में छिपाकर 3-4 जूतों की माला लेकर आया था और मौका पाते ही फेंक दिया।