भीलवाड़ा/ जिले से अलग होकर नवगठित शाहपुर जिले के बनेड़ा उपखंड के सरदार नगर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की महिला प्रिंसिपल को धमकाने के मामले को जिला कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए ।
आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उसके ईमित्र का लाइसेंस रद्द कर दिया है । जिला कलेक्टर का यह निर्णय की सराहना की जा रही है और यह निर्णय यह संदेश दे रहा है कि सरकारी स्कूलों में जाकर प्रिंसिपल और शिक्षकों को धमकाने वालों की आप खैर नहीं ।
राजस्थान में राज बदलते ही सरकार मंत्री और अधिकारी भी एक्शन मोड में आ गए हैंऔर सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों से दादागिरी करने वाले धमकाने वालो के खिलाफ सख्ती से अमल करना प्रारंभ कर दिया है।
इसका प्रत्यक्ष उदाहरण निकटवर्ती शाहपुरा जिले मैं देखने को मिला जब जिले के बनेड़ा उपखंड के सरदार नगर पंचायत में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसिपल श्रीमती अंशु वर्मा के साथ गणतंत्र दिवस को स्कूल में घुसकर डराने और धमकाने के आरोपी सरदारनगर निवासी सरताज खां,जाकिर, राजकुमार माली
और सत्यनारायण माली के खिलाफ जिला कलेक्टर टीकम बोहरा ने एक्शन लेने के साथ ही ईमित्र संचालक सरताज खां के पंचायत में संचालित ईमित्र आरफीन ई मित्र के लाइसेंस को एक माह के लिए निरस्त कर दिया है ।
जिला कलेक्टर टीकम बोहरा के इस निर्णय कि जिले में सराहना की जा रही है और लोगों में चर्चा है कि कलेक्टर का यह निर्णय वाक्य में सही है इससे स्कूलों में घुसकर प्रिंसिपल और शिक्षकों को डराने धमकाने वालों कि अब खैर नहीं।