सीबीईओ,एसीबीईओ व व्याख्याता के आगे सरकार,शासन सचिव व निदेशक बोने

शिक्षा विभाग करोड़ों का घोटाला न वसूली न कार्यवाही

Dr. CHETAN THATHERA
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भीलवाड़ा /चेतन ठठेरा ।राजस्थान की भजनलाल सरकार शिक्षा शिक्षा मंत्री,शिक्षा विभाग के शासन सचिव और शिक्षा निदेशक विभाग के ही कार्यवाहक सीबीईओ और एसीबीईओ तथा व्याख्याता व एक वरिष्ठ सहायक के आगे बौने साबित हो रहे हैं ।

प्रदेश के भीलवाड़ा जिले के कोटडी ब्लॉक में शिक्षा विभाग में पिछले साल जुलाई माह में वेतन के नाम पर करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा व घोटाला करने का मामला सामने आने के बाद विभाग के स्तर पर की गई जांच में यह करोड़ों रुपए का घोटाला पुख्ता साबित हो गया और इसके सबूत विभाग के अधिकारियों को मिल चुके थे और किस-किस अधिकारी की लापरवाही से कितने करोडो रुपए का नुकसान हुआ और किस-किस अधिकारी और शिक्षक तथा बाबू से इसकी वसूली होनी थी इस संबंध में बाकायदा शिक्षा निदेशालय और सरकार की ओर से आदेश जारी किए गए है।

घोटाले मे कौन-कौन

इस करोडो रुपए के घोटाले में जांच में प्रमुख रूप से वर्तमान में बनेड़ा मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जिला शाहपुरा के कार्यालय में कार्यरत एसीबीईओ सुरेश पारीक, वर्तमान मे कार्यवाहक सीबीईओ ब्लाॅक धमोतर जिला प्रतापगढ मे तैनात राजेंद्र कुमार मीणा तथा वर्तमान में भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय व्याख्याता के पद पर कार्यरत सुरेंद्र सिंह पुरावत और वर्तमान में निलंबन काल के दौरान निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर में अपनी ड्यूटी दे रहे वरिष्ठ सहायक भंवरलाल जाट को इस करोडो रुपए के घोटाले के लिए जिम्मेदार और उत्तरदाई ठहराते हुए दोषी करार दिया तथा घोटाले की राशि उनके वेतन से कटौती करने के आदेश सरकार द्वारा और निदेशालय द्वारा जारी किए गए ।

किससे कितनी-कितनी वसूली होनी

इस घोटाले में इन चारों कार्मिकों को अलग-अलग राशि के लिए जिम्मेदार मानते हुए वसूली निकल गई थी जिसमें एसीबीईओ सुरेश पारीक से 35.44लाख कार्यवाहक सीबीईओ राजेंद्र कुमार मीना से 1.57 लाख व्याख्याता सुरेंद्र सिंह पुरावत से 17.37लाख तथा वरिष्ठ लिपिक भवंर लाल जाट से एक करोड़ 18 लाख 80 हजार रुपए की वसूली उनके वेतन से करने के आदेश सरकार और निदेशालय द्वारा हुए हैं।

न वसूली न कार्यवाही,निदेशालय भी…

आश्चर्य की बात है कि भीलवाड़ा मेंएसीबीईओ सुरेश पारीक और व्याख्याता सुरेंद्र सिंह पुरावत से वसूली के लिए विभाग द्वारा बार-बार नोटिस पिछले 6 माह से दिए जा रहे हैं लेकिन आज तक भी इन कार्मिकों द्वारा वेतन से कटौती नहीं कराई गई और नहीं विभाग के द्वारा अर्थात संबंधित कार्यलय द्वारा उनके वेतन से कटौती की गई और विभाग द्वारा अभी तक इनके खिलाफ वसूली के लिए कोई ठोस और सशक्त कार्रवाई अंजाम नहीं दी गई है।

इसी तरह वरिष्ठ लिपिक भंवरलाल जाट निलंबित होकर वर्तमान में निदेशालय बीकानेर में ही अपनी सेवा दे रहा है निदेशालय में सेवाएं देते हुए भी उसके वेतन से कटौती नहीं की जा रही है यह सबसे बड़ी और भी आश्चर्य की बात है

राजस्थान बदला अधिकारी बदले लेकिन फिर भी…

इस करोडो रुपए के घोटाले में सबसे आश्चर्य की बात यह की सरकार को बदले तीन माह हो गए राज बदल गया अधिकारी बदल गए लेकिन इन घोटालेबाज कार्मिकों से घोटाला की गई राजकीय कोष की करोड़ों रुपए की राशि की वसूली अभी तक नहीं की गई और वसूली के लिए कोई ठोस करवाई सरकार और अधिकारियों द्वारा नहीं की गई है और न हीं कार्मिको के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है। इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश में राज जरूर बदल गया अधिकारी जरूर बदल गए हैं लेकिन कार्य प्रणाली वही पुरानी है और सरकार और जनता की राशि का गबन करने वाले कार्मिक मजे कर रहे हैं।

इनकी जुबानी

मैने जब एसीबीईओ पारीक को वसूली के लिए सीबीईओ कार्यालय से मिले नोटिस पर बार-बार वेतन से वसूली के लिए कहे तो पारीक ने कहा की मेरे खिलाफ जो वसूली निकाली गई वह गलत है इसलिए मे नही दूंगा मुझे भी सुनवाई का मौका दिया जाए

तेजकरण बहेडिया
कार्यवाहक सीबीईओ बनेडा जिला शाहपुरा

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम