भीलवाड़ा। भीलवाडा से अलग होकर नवगठित शाहपुरा जिला मुख्यालय पर नरेगा की खुदाई के दौरान तीन जिंदा बम मिल जाने से हड़कंप मच गया और हैंड ग्रेनेड अर्थात बम के मिलने की सूचना पर जिला प्रशासन और पुलिस बल मौके पर पहुंचा और पूरे क्षेत्र को सुरक्षा घेरे में लिया।
शाहपुरा केआसींद रोड पर स्थित एक नाड़ी में नरेगा कार्य के दौरान खुदाई में श्रमिकों को तीन हैंड ग्रेनेड मिले। हैंड ग्रेनेड से अनजान महिलाएं उसे कोई लोहे की वस्तु समझने लगी। महिलाओं ने इसकी सूचना नरेगा कार्य स्थल पर अपने मेट अनिल कुमार रेगर को दी। जिस पर मेट ने हैंड ग्रेनेड को पहचानते हुए तुरंत उन्हें एक तरफ रखवाया।
उन्होंने नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता कुलदीप जैन को फोन किया। सूचना के बाद नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी,अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक चंचल मिश्रा, थानेदार प्रभाती लाल, एस आई माया, नगर परिषद जमादार सत्येंद्र कुमार हरिजन सहित पुलिस जाब्ता भी मौके पर पहुंचा।
नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी ने बताया कि बताया कि तालाब में नरेगा की खुदाई के दौरान करीब 3 फीट गहराई के ऊपर प्लास्टिक के कट्टे में लिपटे हुए तीन हैंड ग्रेनेड मिले जिन्हें पुलिस सुरक्षा में निर्जन स्थान पर रखाया गया। नदी में बारिश के दौरान डूब क्षेत्र का पानी भर जाता है इस वजह से पानी में डूबे रहने से ग्रेनेड के चारों तरफ भी जंग लग गया तथा तथा एक ग्रेनेड की पी भी बिल्कुल गल चुकी थी।
सूचना के बाद जिला पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी मौके पर पहुंचा तथा एफएसएल टीम को भीलवाड़ा सूचना दी गई और बम के चारों तरफ मिट्टी के कट्टे जमा दिए गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की चंचल मिश्रा ने जेसीबी मंगा कर आसपास के हिस्से की खुदाई भी करवाई। इसी दौरान एक अन्य कटा मिला, मगर उसमें बम जैसी कोई वस्तु नहीं थी।
थानेदार प्रभातीलाल ने बताया कि खुदाई के दौरान मिले तीनों हैंड ग्रेनेड है।पुलिस ने मौका पर्चा बनाया तथा मामले की जांच का प्रयास किया जा रहा है कि किसने आकर के एवं किस प्रयोजन से बम रखे हैं।