Chittorgarh News। चित्तौड़गढ़ के पुठोली में स्थित हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के द्वारा किए जा रहे जहरीली गैस रिसाव और दूषित पानी से आसपास के लगभग आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने उनके खेतों में खड़ी फसलों और उनके स्वास्थ्य पर पड़ रहे विपरीत असर के चलते शनिवार को ज़िंक के गेट के बाहर सवेरे से ही धरना प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद जिंक प्रशासन, जिला प्रशासन और ग्रामीणों के मध्य चली समझाईश और बातचीत में दोपहर बाद हुए लिखित समझौते के बाद ग्रामीणों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

सात दिन में फसल गिरदावरी पर राजी, स्थानीय रोजगार पर फंसा पेच जहां एक और गिरदावरी कराकर मुआवजे देने की बात हुई वहीं दूसरी और ग्रामीण स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की बात पर अड़ गए। ऐसे में उद्योग प्रशासन ने नए प्लांट खुलने के बाद तय करने की बात कही। शनिवार को स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग पर हुए समझौते में ग्रामीणों द्वारा दिए गए जिंक और जिला प्रशासन के ज्ञापन को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और जिला कलेक्टर केके शर्मा को भेजा जाएगा और उसके बाद तय किया जाएगा की इस मामले पर किस तरह से निर्णय किया जाए। इस लिखित में हुए समझौते के बाद ग्राम वासियों ने अपना धरना समाप्त करने पर सहमति दी। इस समझौते के दौरान हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड प्लांट हेड ऋषिराज सिंह गंगरार तहसील दार नरेश कुमार गुर्जर मौजूद रहे। वहीं पुलिस प्रशासन इस धरना प्रदर्शन के दौरान मुस्तैद दिखाई दिया, जिसमें उद्योग गेट के बाहर चंदेरिया थाना अधिकारी अनिल जोशी, गंगरार थानाधिकारी शिवराज गुर्जर मय जाप्ता मौजूद रहे। इस धरने की एक खास बात यह भी रही की ग्रामीणों को इस धरने में आसपास के कई छुटकर नेता भी सक्रिय दिखाई दिए जो कहीं ना कहीं उद्योग प्रशासन को अपना चेहरा दिखाने के लिए मौके पर आए थे।